प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी की मां को किया अगवा, फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने बचाया
Pune news, पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में एक अजीब मामला सामने आया है। एक परिवार की बेटी भागी तो लड़के की मां को ही बेटी के परिवार ने दिनदहाड़े अपहरण कर लिया। अपराध शाखा के भ्रष्टाचार विरोधी दल ने फिल्मी स्टाइल में पीछा करते हुए महिला की जान बचाई। इस मामले में दो महिलाओं के साथ ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार हुए लोगों के नाम अंजली संजय घोलप (19, वडगाव शेरी), कविता संजय घोलप ( 40, वडगाव शेरी) और ड्राइवर तुषार बबन चौधरी है।
विश्रांतवाड़ी स्थित पेट्रोल पंप के सामने से तीन अज्ञात लोगों ने सुनंदा कृष्णा महाडिक को स्विफ्ट कार में जबरदस्ती बैठाया और फरार हो गए। यह जानकारी भ्रष्टाचार विरोधी दल के कर्मचारियों-अधिकारियों को मिली और दल घटनास्थल की ओर रवाना हुआ। उन्हें पता चला कि कार फुलगांव की ओर जा रही है। वहां से कार वढू बुद्रूक की ओर मुड़ गई। लेकिन पुलिस को वहीं कार कोरेगांव की ओर जाती नज़र आई।
पुलिस ने पीछा करते हुए उससे आगे निकल उसे आड़े जाकर रोक लिया। कार में तीन महिला और एक ड्राइवर था। एक महिला ने बताया कि बाकी के लोग उसे जबरदस्ती कार में बैठाकर ले जा रहे थे। पुलिस ने दो महिलाओं और एक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया और फरियादी सुनंदा महाडिक को उनके चंगुल से छुड़ा लिया। गिरफ्तार आरोपियों को विश्रांतवाड़ी पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है।
महाडिक का 23 साल के बेटा निजी कंपनी में नौकरी करता है जबकि घोलप परिवार में 21 साल की लड़की से शादी की। दो सालों से दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं। घोलप परिवार इस रिश्ते से नाराज़ था। लेकिन दोनों ने 3 अप्रैल को भागकर शादी कर ली। घोलप ने महाडिक के घर जाकर लड़की की पूछताछ की। महाडिक भी नहीं जानते थे कि दोनों कहां गए। घोलप परिवार को इस बात पर विश्वास नहीं हुआ और उन्होंने सुनंदा का अपहरण करने की साजिश रची। योजना यह थी कि जब तक उनकी बेटी वापिस नहीं आ जाती, सुनंदा को नहीं छोड़ा जाएगा। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से उनकी यह योजना धरी की धरी रह गई।
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