प्रतापगढ़: डीएम के खिलाफ धरने पर बैठे एसडीएम, लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में डीएम सहित कई अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अतिरिक्त एसडीएम विनीत उपाध्याय शुक्रवार को परिवार के साथ धरने पर बैठ गए। डीएम ने विनीत उपाध्याय को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए। कई एसडीएम व पुलिस अफसरों को मौके पर बुलाया गया, इसके बाद भी एसडीएम ने धरना समाप्त नहीं किया। जानकारी के मुताबिक, डीएम से पट्टा आवंटन में घपले पर कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद करीब चार घंटे बाद धरना समाप्त हुआ।
अतिरिक्त एसडीएम ने डीएम और एसडीएम पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
अतिरिक्त एसडीएम ने डीएम डॉक्टर रूपेश कुमार, एडीएम शत्रोहन वैश्य और लालगंज के पूर्व एसडीएम मोहनलाल गुप्ता पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। एसडीएम ने लालगंज के एक कॉलेज प्रबंधक के फर्जीवाड़े को दबाने का आरोप भी डीएम और एडीएम पर लगाया है। एसडीएम का कहना है कि ये अधिकारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। इसके साथ ही मातहतों के भ्रष्टाचार को दबाने के प्रयास में हैं। अतिरिक्त एसडीएम विनीत उपाध्याय पत्नी और बच्चे के साथ डीएम कैंप कार्यालय पहुंचे और वहीं धरने पर बैठ गए। अतिरिक्त एसडीएम के धरने की सूचना पर पहुंचे मीडियाकर्मियों को डीएम आवास के बाहर ही रोक दिया गया। उधर, डीएम आवास छोड़ कर चले गए। दूसरी तरफ सपा कार्यकर्ता एसडीएम के समर्थन में डीएम आवास पहुंच गए। हालांकि, सपाईयों को भी मुख्य गेट के बाहर ही रोक दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
मामला प्रतापगढ के लालगंज इलाके की जमीन पर स्कूल की मान्यता से जुड़ा बताया जा रहा है। जिस जमीन पर स्कूल होने की बात कहकर मान्यता ली गई, वहां स्कूल न होकर दूसरी जगह संचालित हो रहा है। इस मामले की शिकायत आने के बाद एसडीएम अतिरिक्त विनीत उपाध्याय ने जांच करवाई, जिसके बाद ये खुलासा हुआ। विनीत उपाध्याय ने जांच रिपोर्ट बनाकर डीएम को भेजी। आरोप है ये फाइल शासन को न भेज कर दबा दी गई। इसी बात को लेकर विनीत उपाध्याय धरने पर बैठे थे।
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