Pradyuman murder CASE: सुप्रीम के जज ने खुद को किया अलग, दूसरी बेंच करेगी सुनवाई
नई दिल्लीः प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद देश के सभी स्कूल में सुरक्षा पर बहस होने लगी। इसी को लेकर देश के सभी स्कूलों में सुरक्षा गाइडलाइन बनाने की याचिका दायर की गई थी, अब देश की शीर्ष अदालत के जज जस्टिस खानविल्कर ने इस सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है।
वकील सुशील टेकरीवाल ने कहा, 'मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा गया, लेकिन जस्टिस ए.एम.खानविल्कर ने खुद को मामले से अलग कर लिया, उनका कहना था कि ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। अब यह दूसरी संवैधानिक पीठ को जा सकता है।' बता दें, प्रद्यूम्न के पिता ने सुप्रीम कोर्ट ने याचिका दायर करके देश के सभी स्कूलों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन बनाने की मांग की थी।
याचिका दायर करके ने शीर्ष अदालत से मांग की गई थी कि प्रद्यूम्न केस की सीबीआई से जांच करवाने के साथ-साथ देश के सभी स्कूलों में मैनेजमेंट की जवाबदेही, देनदारी और जिम्मेदारी तय की जाए। ताकि भविष्य में देश के किसी भी स्कूल में बच्चों के साथ कोई भी घटना होती है तो मैनेजमेंट, डायरेक्टर, प्रिंसिपल पर कार्रवाई की जा सके।
प्रद्यूम्न के पिता ने अपनी याचिका ने कहा था कि रेयान स्कूल की घटना के बाद देशभर के अभिभावकों में डर का माहौल है, कहा गया था कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए जो पॉलिसी तैयार की गई है उसे ज्यादातर स्कूल पालन नहीं करते हैं। अगर सुप्रीम कोर्ट इस मामले में आदेश जारी करता है तो उसका सही तरह से पालन हो सकता है।
याचिका में कहा गया था कि अगर कोई स्कूल गाइडलाइन का पालन नहीं करता है तो उस स्कूल का लाइसेंस रद्द कर दिया जाना चाहिए। रेयान की घटना के बाद 5 सितंबर को कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया था। याचिका पर सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार ने कहा कि हम इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की मदद करेंगे।
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