सीएम योगी कर रहे थे जनकपुर से आई बस की अगुवानी, अखिलेश दाग रहे थे सवाल
अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय नेपाल के दौरे के पहले दिन जनकपुर से अयोध्या के लिए बस सेवा का शुभारम्भ किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि अयोध्या और जनकपुर के बीच सदियों से एक अटूट नाता कायम है। बस सेवा शुरू करने के लिए नेपाल की सरकार का आभार पीएम मोदी ने आभार व्यक्त किया था। लेकिन भारत में इस बस सेवा को लेकर ही राजनीति शुरू हो गई है और विपक्षी दलों ने इसको लेकर भाजपा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'आज अयोध्या के लोग पूछ रहे हैं कि आर्ट गैलरी, परिक्रमा मार्ग के सुदृढ़ीकरण और वृक्षारोपण के लिए बजट क्यों नहीं दिया जा रहा? प्रवेश द्वार, भजन स्थली का काम आज भी अधूरा क्यों है? मंदिरों की रँगाई-पुताई कब होगी? कम-से-कम अयोध्या के लिए दिये गये 'वचनों' को तो जुमला न बनाएं।'
बता दें कि सपा और तमाम विपक्षी दल अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर भी बीजेपी को लगातार घेरते रहे हैं और ये पूछते रहे हैं कि भगवान राम के नाम पर वोट लेने वाली बीजेपी अयोध्या में मंदिर कब बनवाएगी।
दरअसल, शुक्रवार को अयोध्या-जनकपुर मैत्री बस सेवा की शुरुआत हुई और जनकपुर से चलकर ये बस आज अयोध्या पहुंची। यहां राम कथा पार्क के बाहर बस को देखने व यात्रियों से मिलने की होड़ लगी हुई थी। इस मौके पर यात्रियों का स्वागत करने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
सीएम योगी ने भारतीय डाक विभाग की ओर से प्रकाशित स्पेशल कवर का अनावरण भी किया। यह स्पेशल कवर पिछले साल दीपावली के अवसर पर अयोध्या में सरयू तट पर आयोजित 'दीपोत्सव' कार्यक्रम पर आधारित है। लेकिन अब इस बस सेवा को लेकर सूबे में सियासत भी तेज होती दिखाई दे रही है।