शारदा नदी में आई बाढ़ के बाद यूपी में सैकड़ों एकड़ भूमि कटान की भेंट चढ़ी, घर-मकान डूबने लगे
पीलीभीत। उत्तर प्रदेश में शारदा नदी का जल स्तर घटते ही कटान जोरों पर है। इसकी वजह से सैकड़ों एकड़ भूमि ढह चुकी है। साथ ही कई घर-मकान बह गए हैं। स्थानीय लोगों की सूचना पर प्रशासन के आलाधिकारी आधी रात को गांव राहुल नगर पहुंचे। उन्होंने देखा कि गांववाले जनटेटर चलवाकर कटान रोकने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ घबराए लोग तो घरों से पलायन भी करने लगे हैं। यह इलाका बाढ़ की वजह से भू-कटान होने लगी। नदी के आस-पास के गांवों में अफरा-तफरी मची हुई है। भू-कटान को देखते हुये ग्रामीण गांव से दूसरे सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से रात्रि में कैम्प लगाकर भू-कटान को रोकने एवं बचाव कार्य शुरू किए जाने का काम शुरू हुआ।
गांव
के
करीब
30
मीटर
की
दूरी
पर
रह
गई
नदी
संवाददाता
के
अनुसार,
नदी
के
कुछ
दूरी
पर
गांव
में
स्थित
कौषल्या
देवी
का
घर
नदी
में
समा
गया
था।
वही
शारदा
अब
तक
फसल
लगी
कई
सौ
एकड़
कृषि
भूमि
निगल
चुकी
है।
भू-कटान
करती
हुई
राहुलनगर
की
ओर
तेजी
से
बढ़
रही
नदी
गांव
के
करीब
30
मीटर
की
दूरी
पर
रह
गई
है।
शारदा
नदी
के
कटान
करते
हुये
गांव
के
समीप
पहुुंचने
से
ग्रामीणों
में
हड़कंप
मचा
हुआ
है।
गांव
के
बाहर
की
ओर
बने
तीन
घरों
के
नदी
में
शीघ्र
समाने
की
आशंका
को
देखते
हुये
लोगों
ने
घर
खाली
कर
दिये
है।
वही
तेजी
से
हो
रहे
भू-कटान
को
देखते
हुये
गांव
के
लोग
घरो
से
सामान
निकालकर
अपने
परिवार
के
साथ
कही
दूसरे
सुरिक्षत
स्थानों
पर
जा
रहे
है।
उच्चाधिकारियों का कहना है भू-कटान रोकने के लिये युद्ध स्तर पर बचाव कार्य किये जा रहे हैं। हर वर्ष शारदा नदी में आई बाढ़ से बड़ी तबाही होती है। बाढ़ कटान के बचान कार्यों के लिये करोड़ों की रकम भी आवंटित की जाती है। इस बार यदि समय रहते भू-कटान नहीं रुकी तो समस्या बढ़ती जाएगी। फिर, आवंटित राशि सही से जारी नहीं हुआ तो भी लोग मुसीबतों में होंगे।
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