प्रेम विवाह करने पर दलित युवक की गोली मारकर हत्या, लड़की के पिता-भाई पर आरोप
पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत में एक दलित युवक को अपनी से ऊंची जाति की लड़की से प्रेम विवाह करने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। विवाह से नाराज लड़की के परिजनों ने धोखे से लड़के को बातचीत करने के बहाने बुलाकर उसको गोली मार दी और चाकू से गला रेत दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी हत्या कर फरार हो गए। सूचना के बाद घटनास्थल पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और लड़की के परिजनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रहे हैं।
पांच महीने पहले की थी कोर्ट मैरिज
घटना थाना और कस्बा बिसलपुर क्षेत्र के रामलीला मैदान की है। बताया जा रहा है कि थाना बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दुबे निवासी सचिन उर्फ लालू एक दलित जाति का है। उसका शहर के ही रहने वाली ओबीसी जाति की हरिनंनद की बेटी अंजू के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, दोनों ने पांच महीने पहले कोर्ट में विवाह कर लिया था और वो उसे अपने घर ले आया था। लड़की अपने पति के घर पर ही रह रही थी। आरोप है कि ये बात लड़की के परिवारवालों को नागवार लगी और वह लगातार सचिन की हत्या की साजिश रच रहे थे।
बातचीत के बहाने बुलाकर की हत्या
रविवार देर रात प्लान के तहत बातचीत करने के बहाने सचिन को एक एकांत जगह बुलाया था। वह मोटरसाइकिल से ससुरालियों से मिलने गया। बताई हुई जगह पर वह पहले पहुंच गया और उसने फोन कर अपने ससुर यानी लड़की के पिता को फोन किया। बताए हुए स्थान पर पहुंचते ही लड़की के पिता और भाई ने उसपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। सचिन लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया, इसके बाद उसके गले पर चाकू से कई बार वार किए गए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद से दोनों आरोपी फरार हैं। सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों ने परिजनों से बात की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। वहीं, आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है।
आरोपी फरार, परिजनों का पुलिस पर लापरवाही का आरोप
एसपी मनोज सोनकर का कहना है कि राजू ने लव मैरिज की थी, जिसको लेकर प्रेमिका के घरवाले युवक से रंजिश मानते थे। प्रेमिका के घरवालों ने प्रेमी युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। वहीं, मृतक के परिजनों का आरोप है सचिन काफी देर तक घायल हालत में रोड पर पड़ा तड़पता रहा, लेकिन सूचना के बाद भी थाना पुलिस और डायल 100 घटना के एक घंटे बाद पहुंची। अगर समय से पुलिस पहुंच जाती तो सचिन की जान बचाई जा सकती थी।
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