Bihar Flood: बाढ़ के बीच NDRF की रेस्क्यू बोट पर गूंजी किलकारियां, महिला ने बच्ची को दिया जन्म
पटना। बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पूर्वी चंपारण में रविवार को एक महिला ने एनडीआरएफ की रेस्क्यू बोट पर एक बच्ची को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा की दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है। एनडीआरएफ की टीम ने महिला और उसकी बच्ची को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया है। मां-बच्ची दोनों डॉक्टरों की देखरेख में हैं। बता दें, एनडीआरएफ की 9 सदस्य वाली एक टीम बाढ़ में डूब रहे लोगों की मदद के लिए गांव में पहुंची थी। नाव में एक गर्भवती महिला को भी बैठाया गया। कुछ देर बाद ही महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी। एनडीआरएफ की टीम ने नाव में ही महिला की डिलिवरी करवाई।
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NDRF के बचाव दल के साथ आशा वर्कर भी थे
जानकारी के मुताबिक, नाव में एनडीआरएफ के बचाव दल के साथ सोशल वर्कर आशा और उनके कार्यकर्ता के साथ-साथ महिला के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे। बुरही गांव के गंडक नदी के बाढ़ के पानी के बीच नाव पर ही महिला की डिलिवरी करवाई गई। बच्ची के जन्म के बाद मां और नवजात एंबुलेंस से पास के पीएचसी बंजरिया (मोतिहारी) में भर्ती कराया गया है, जहां दोनों की हालत अभी स्थिर है। महिला का रीमा देवी की उम्र 25 साल है।
बिहार के 12 जिले बाढ़ से प्रभावित
बता दें, बिहार में बाढ़ से राज्य के 12 जिले प्रभावित हुए हैं। इन जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ दोनों की ही टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं। सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया और दरभंगा में बाढ़ के पानी ने कोहराम मचा रखा है। नदियों में गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी खतरे के निशान के पार जा चुकी हैं। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए बिहार के 12 जिलों में एनडीआरएफ की कुल 21 टीमें तैनात की गई है।
पिछले साल भी हुई थी ऐसी घटना
पिछले साल 2019 में भी बिहार में बाढ़ ने तबाही मचाई थी। उस वक्त बाढ़ प्रभावित मोतिहारी जिले में एक महिला ने एनडीआरएफ की रेस्क्यू बोट पर एक बच्ची को जन्म दिया था। 41 वर्षीय महिला सबीना खातून मोतिहारी के गोबरी गांव में रहती थी। प्रसव पीड़ा होने पर घरवाले उसे नजदीक के हेल्थ सेंटर ले जाना चाहते थे, लेकिन बाढ़ की वजह से कहीं ले जा नहीं पा रहे थे। तभी एनडीआरएफ की टीम नर्सिंग असिस्टेंट के साथ मौके पर पहुंची और सबीना को बोट पर बिठाकर ले जाने लगी। इसी दौरान रास्ते में महिला ने बोट पर ही बच्ची को जन्म दिया था।
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