शत्रुओं पर न चलाने पड़ें तीर इसलिये युद्ध से दूर हुए शत्रुघ्न सिन्हा
पटना (मुकुन्द सिंह)। बिहारी बाबू के नाम से प्रसिद्ध बीजेपी के सांसद व स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव प्रचार में कहीं नहीं दिख रहे हैं। जिससे राजनैतिक गलियारों में तो यही अटकलें लगायी जा रही हैं कि शत्रुओं (नीतीश कुमार) पर भाजपा की ओर से तीर नहीं चलाने पड़ें, इसलिये शत्रुघ्न सिन्हा युद्ध (बिहार चुनाव) के वक्त विदेश चले गये हैं।
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जैसा कि आप जानते हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा हैं भले ही भाजपा में लेकिन नीतीश कुमार से उनका गहरा लगाव है। यह बात वो कई मंचों पर कह भी चुके हैं कि नीतीश उनके बड़े भाई हैं। अब जब चुनाव आया है, तब उन्हीं नीतीश के विरुद्ध प्रचार करना पड़ सकता है, इसलिये वे चुनाव से दूर हो गये हैं।
ऐसी भी अटकलें चल रही हैं कि वे पार्टी से इसलिये नउराज हो गये हैं क्योंकि उन्हें रैलियों में बुलाया नहीं गया। बीजेपी के एक करिबी सुत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार जिस नेता की डिमांड होती है, उसे प्रचार के लिए बुलाया जाता है। शत्रुघ्न सिन्हा विदेश दौरे पर हैं।
क्या हुआ था जब की थी नीतीश की तारीफ
शत्रुघ्न ने चुनाव से पहले कहा था कि नितीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में बेहतर काम और तरक्की कर रहे हैं। जब इस ब्यान पर प्रार्टी ने पूछा तो उन्होंने कहा कि अपने मुख्यमंत्री की बड़ाई करना गलत नहीं है। राजग में कई नेता मुख्यमंत्री के लायक है, लेकिन राम वलास पासवान सबसे बेहतर हैं।
गैरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 स्टार प्रचारकों की एक टीम गठित की थी, जिसमें दर्जन भर नेता ही चुनाव में सक्रिय नजर आ रहे हैं। स्टार प्रचारकों मे सबसे अधिक डिमांड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की है। वहीं बिहारी नेताओं मे सबसे अधिक डिमांड सुशील मोदी की।
पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनावी कमान संभालने के साथ-साथ चुनाव प्रचार मे जुटे हैं। वहीं कभी पार्टी का चेहरा रहे लाल कृष्ण आडवाणी, डा मुरली मनोहर जोशी, शत्रुघ्न सिन्हा जैसे नेता सूची में तो हैं, लेकिन अब तक उनकी एक भी सभा नहीं हुई है।