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बिहार में गैंगवार: AK-47 से गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिए गए तीन लोग

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Purnia News, पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया का मौजमपट्टी गांव एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। गैंगवार में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की हत्या कर दी गयी। कुछ लोगों के घायल होने की भी सूचना मिल रही है। घटना में बिहार के कुख्यात गैंगस्टर व कांग्रेस नेता बूचन यादव के बेटे और उनके समर्थकों पर हत्या का आरोप लग रहा है।

आपसी रंजिश में हुई गैंगवार

आपसी रंजिश में हुई गैंगवार

सरस्वती पूजा के मौके पर बूचन यादव पर भी बम से हमला किया गया था तब से वहां दहशत व्याप्त है। वहीं एसपी ने लोगों अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिया है। बताया जा रहा है कि पूर्णिया के रघुवंशनगर ओपी इलाके के बहुचर्चित मौजमपट्टी गांव में बीती रात गैंगवार और आपसी रंजिश में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की हत्या कर दी गयी। पांच बाइक पर सवार करीब 10 नकाबपोश अपराधी गांव के हटिया में पहुंचे और एके-47 जैसे हथियार से दर्जनों राउंड फायरिंग करते हुये हत्या की घटना को अंजाम देकर फरार हो गये।

पुलिस ने तीन शवों को किया बरामद

पुलिस ने तीन शवों को किया बरामद

घटना की सूचना के कई घंटो बाद पहुंची पुलिस ने पहले दो शवों को अपने कब्जे में लिया फिर तीसरा शव भी देर रात बरामद किया गया। इस गैंगवार में मौजमपट्टी के किसान रामाकांत यादव, अमीन नीरज यादव और बुजुर्ग वकील यादव की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाबत मृतक रामाकांत यादव के पुत्र रितेश ने कहा कि कुख्यात बूचन यादव का पुत्र साहिल सौरभ, जयचन्द यादव, मटिहानी के मुखिया बाबूल साह समेत 10 अपराधी पांच बाइक पर आये और एके-47 और 56 जैसे बडे हथियारों से ताबड़तोड फायरिंग करने लगे। इस दौरान अपराधियों ने रामाकांत यादव, नीरज यादव और वकील यादव की हत्या कर फरार हो गए।

अब तक 100 से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत

अब तक 100 से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत

रितेश ने बताया की 1995 में उनके बड़े चाचा सुभाष यादव और 1999 में दूसरे चाचा प्रभाष यादव की भी बुचन यादव गिरोह ने हत्या कर दी थी। इसके बाद से सबकुछ ठीक था लेकिन शनिवार फिर अपराधियों ने उनके पिता की हत्या कर दी। इधर मृतक रामाकांत यादव के समधी अमरेन्द्र यादव के मुताबिक गांव में बुचन यादव और अखिलेश यादव के बीच आपसी वर्चस्व की लड़ाई है। इससे पहले बुचन यादव और शिशवा के मुखिया बालो यादव के बीच भी कई दशक तक गैंगवार चला जिसमें सौ से अधिक लोग मारे गये थे। डेढ माह पहले सरस्वती पूजा की रात अपराधियों ने कांग्रेस नेता और कुख्यात बुचन यादव पर बम से हमला किया था जिसमें बूचन यादव को अपना पांव गंवाना पड़ा था तभी से आशंका जताई जा रही थी कि जल्द ही कोई बड़ी घटना होने वाली है।

गांव में पुलिस बल तैनात

गांव में पुलिस बल तैनात

गैंगवार की इस घटना की सूचना मिलते ही धमदाहा एसडीपीओ प्रेम सागर रात में ही कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लिया। वहीं रविवार को एसपी विशाल शर्मा भी मौजमपट्टी गांव पहुंचे और मृतक के परिजनों से बातचीत करते हुए उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया। एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि पुरानी रंजिश के कारण ये हत्या हुई है जिसके बाद पुलिस को काफी इनपुट मिला है जिसके आधार पर जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा ने कहा की मौजमपट्टी गांव में स्थाई पुलिस पिकेट खोली जायेगी।

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English summary
Three people killed in Purnea
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