एनडीए में पेंच तो सुलझा लेकिन फिर बिदक सकते हैं जीतन राम मांझी!
पटना (मुकुंद सिंह)। बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे का मामला सुलझ गया है। भले ही भाजपा के आला कमान ऑल इज वेल का नारा लगा रहे हैं, लेकिन अंदर सब कुछ ठीक नहीं है। ऐसे में मांझी फिर से बिदक सकते हैं।
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नाराजगी का कारण?
भाजपा ने किसी तरह से लोजपा नेता रामविलास पासवान को मनाया था, लेकिन कम सीटों का प्रस्ताव मिलने से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीट बंटवारे के फार्मूले में अड़ंगा लगा दिया था। सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने मांझी की पार्टी को 15 सीटें देने और उसके पांच मौजूदा विधायकों को अपने टिकट पर लड़ाने की पेशकश की है। लेकिन मांझी इतने कम सीटों के लिए तैयार नहीं हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा ने दो दूसरी सहयोगी पार्टियों लोजपा और रालोसपा को क्रमशः 41 और 25 सीटें देने की पेशकश की है।
सिर्फ 15 सीटों के प्रस्ताव से नाराज मांझी से बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुलाकात की। बाद में मांझी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मिलने गए, इस बैठक में भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। फिर अमित शाह ने प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी, गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे को मुलाकात के लिए बुलाया। बाद में मांझी ने कहा कि सीट बंटवारे का मसला रविवार की सुबह तक सुलझा लिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार जीतन राम मांझी अभी भी नाखुश हैं और निकटतम भविष्य में वो कोई न कोई अड़ंगा लगा सकते हैं। गौरतलब है कि पासवान ने मांझी के कुछ उम्मीदवारों पर ऐतराज जताया, जिससे विवाद पैदा हो गया। पासवान पहले ही यह आशंका जाहिर कर चुके थे कि उनकी पार्टी के बागी विधायकों को हम टिकट दे सकती है। वे चाहते हैं कि मांझी उनकी पार्टी से टूट कर गए नेताओं को टिकट न दें। ऐसे विधायकों को भाजपा सीटे अपना चुनाव चिन्ह देकर लड़ा सकती है।
इससे पहले अनंत कुमार ने शनिवार की सुबह दावा किया था कि सीटों के बंटवारे पर सहमति हो गई है और शाम को इसकी औपचारिक घोषणा होगी। उन्होंने एनडीए के घटक दलों की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा- हो गया है शाम को बताएंगे।लेकिन शाम होते-होते मामला उलझता चला गया। सूत्रों के मुताबिक एनडीए ने बिहार चुनाव में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। लोजपा को 41, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 25 और हम को 15 सीटें दी जाएंगी जबकि भाजपा खुद 162 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।