बिहार: जेल में बंद कैदियों ने मांगी बॉर्डर पर लड़ने की अनुमति, शहीदों के परिजनों को भेजे रुपये
Gopalganj News, गोपालगंज। पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश में चारों ओर आतंकियों के विरोध में लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। आम हो या खास हर कोई आतंकवादियों की इस हरकत से गुस्से में है। इस कड़ी में बिहार के गोपालगंज जेल में बंद 200 से ज्यादा कैदी भी जुड़ गए हैं, उन्होंने पुलवामा अटैक के बाद अपनी कमाई में से 50 हजार रुपये शहीद के परिजनों के लिए दान किया है।
जेल में बंद कैदियों ने प्रशासन को लिखा पत्र
जेल में बंद कैदियों ने जेल प्रशासन को एक पत्र लिखकर देश की सीमा पर लड़कर शहीद होने की भी मांग की है। इतना ही नहीं कैदियों ने अपने पत्र में जेल प्रशासन से ये मांग की है कि सीमा पर दुश्मन से लड़ते हुए मौत होने के बाद उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए और वापस लौटने पर दुबारा जेल भेज दिया जाए। गोपालगंज मण्डल कारा के कैदियों की इस देशभक्ति को देख कारा प्रशासन भी अवाक है।
सीमा पर सेना के साथ दुश्मनों से लड़ने की जताई इच्छा
वहीं जेल प्रशासन कैदियों की इस सोच को उनके द्वारा किये गए सार्थक प्रयास को लेकर चलाये जा रहे मुहिम से भी जोड़कर देख रही है। गोपालगंज मंडल कारा के जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि जेल में बंद 200 कैदियों ने उन्हें एक पत्र सौंपा है जिसमें उन्होंने देश की सीमा पर जाकर सेना के साथ दुश्मनों के छक्के छुड़ाने की अपील की है। साथ ही कैदियों ने पत्र में ये भी लिखा है की जब वे दुश्मनों के साथ लड़ाई में मारे जाए तो उन्हें भी शहीद का दर्जा दिया जाए और अगर बचकर वापस आ गए तो उन्हें दोबारा जेल में भेज दिया जाए।
जेल अधीक्षक ने कैदियों की तारीफ
जेल अधीक्षक ने कैदियों के इस व्यवहार परिवर्तन को सराहते हुए कैदियों द्वारा जमा कराए गए पैसों को मिलिट्री रिलीफ फंड में जमा कर दिया है। वहीं जेल अधीक्षक सहित जेल के तमाम कर्मियों ने भी अपने वेतन में से पैसे निकालकर आर्मी रिलीफ फंड में जमा किया है।