बिहारः नीतीश सरकार को भेजी गई एडीजी कि चिट्ठी का पोस्टर बनाकर खुद तेजस्वी ने लगाया
पटना। बिहार में पुलिस मुख्यालय की चिट्ठी को लेकर राज्य की सियासत गर्माती जा रही है। इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पुलिस मुख्यालय की उस चिट्ठी को लेकर नीतीश सरकार को आड़े हाथों ले लिया। चिट्ठी में प्रवासियों के आने से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका व्यक्त की गई थी। आरजेडी नेता ने चिट्ठी को लेकर एक बड़ा पोस्टर बनवाया गया है, जिसे पटना के हर जगह पर लगाया जाएगा। आरजेडी द्वारा जारी किये गए इस पोस्टर में चिट्ठी का ओरिजिनल फोटो है। साथ ही नीतीश कुमार से कई सवाल भी पूछे गए हैं।
खास बात यह रही कि तेजस्वी यादव खुद पोस्टर लगाने पटना की सड़कों पर उतर आए। तेजस्वी यादव आज पार्टी कार्यालय में पहुंचे और काफी सक्रिय दिखे। पार्टी के कार्यालय के बाहर तेजस्वी यादव खुद से पोस्टर लगाने लगे। तेजस्वी यादव सीढ़ी पर चढ़कर पोस्टर लगा रहे थे। ऐसा पहली बार हुआ है जब तेजस्वी यादव इस तरह से पोस्टर लगाते हुए नजर आए हैं। पोस्टर लगाने के बाद तेजस्वी यादव मीडिया से भी मुखातिब हुए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार रोजगार के नाम पर मजदूरों को धोखा दे रहे हैं। बिहार सरकार के पास प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने का कोई रोडमैप नहीं है। इसके बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि चिट्ठी में मजदूरों को अपराधी बताया गया है। यह मजदूरों का अपमान है। आरजेडी इसका बदला जरूर लेगी।
बता दें कि 29 मई को पुलिस मुख्यालय की तरफ से एक चिट्ठी जारी की गई थी, जिसमें एडीजी अमित कुमार की तरफ से यह लिखा गया कि दूसरे राज्यों से जो बिहारी मजदूर आ रहे हैं, उन्हें रोजगार देना संभव नहीं है। इसलिए वह तनाव में रहेंगे। तनाव में होने की वजह से वह विधि व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। इस पर तेजस्वी यादव ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है।
हालांकि जब विवाद शुरू हो गया तो बाद में पुलिस मुख्यालय ने 4 जून को इस चिट्ठी का खंडन करते हुए कहा कि यह भूल बस प्रकाशित हो गया था। इसे वापस लिया जाता है। इस पर तेजस्वी यादव ने उस चिट्ठी को फाड़ते हुए कहा कि सरकार मजदूरों को धोखा दे रही है। इसे वापस लेने में भी एक सप्ताह का समय लग गया। यह मजदूरों के साथ धोखाधड़ी है।
बिहारः पूर्व मुख्यमंत्री का परिवार दाने-दाने के लिए मोहताज, मदद के लिए आगे आए तेजस्वी यादव