पटनाः 11वीं की लड़की को फेसबुक वाले ब्वॉयफ्रेंड ने मिलने बुलाया फिर एक बार नहीं दो-दो बार दोस्तों के साथ मिलकर किया गैंगरेप
पटना। फेसबुक की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई और प्यार लड़की के लिए जिंदगी भर का सबक बन गया। 11वीं में पढ़ने वाली छात्रा की दोस्ती एक लड़के से हुई, जिसने उसको हसीन सपने दिखाएं और फिर जब लड़की पूरी तरह से झांसे में आ गई तो उसे अपने पास बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
लड़की को मिलने के लिए ब्वॉयफ्रेंड ने बुलाया
11वीं कक्षा की छात्रा को फेसबुक के जरिए मानपुर निवासी राहुल से दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया। राहुल ने लड़की को झांसे में ले लिया और मिलने के लिए बुलाया। नाबालिग लड़की 28 जुलाई को राहुल से मिलने मानपुर पहुंच गई। इसके बाद राहुल अपने एक दोस्त छोटू को लेकर नाबालिग को होटल में ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया। फिर वे नाबालिग को मानपुर स्थित एक शादी समारोह स्थल पर ले गए और वहां राहुल ने अपने चार दोस्तों के साथ दुष्कर्म किया।
धमकी देकर फिर किया गैंगरेप
दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने के बाद पीड़िता को छोड़ दिया। इसके बाद पीड़िता अपने घर चली गई। इसके एक सप्ताह बाद ही उन्होंने फिर से नाबालिग को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वे लोग उसे दोबारा मानपुर बुला रहे थे। लेकिन लड़की ने आने से मना कर दिया। बार-बार वीडियो वायरल करने की धमकी से परेशान लड़की फिर उनके जाल में फंस गई। 9 अगस्त को वे लोग गाड़ी से उसे लेने पहुंचे। मानपुर लड़की को लाकर उसके साथ दोबारा सामूहिक दुष्कर्म किया।
शौच करने के बहाने चंगुल से भागी पीड़िता
किसी तरह उनके चंगुल से बचकर लड़की ने अपनी बड़ी बहन को घटना की जानकारी दी। बहन ने मानपुर पुलिस को इस बात की सूचना दी। जैसे ही वो लोग लड़की को गाड़ी से लेकर दूसरी जगह ले जाने लगे तो वो शौच का बहाना करके नीचे उतरी और चिल्लाने लगी। यह देख सभी आरोपी फरार हो गए। इतने देर में नाबालिग का रिश्तेदार वहां पहुंच गया और दोनों ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
चार आरोपियों ने किया सरेंडर
आरोपित पांच बदमाशों में से चार ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जबकि अभी भी एक फरार चल रहा है। एक आरोपित पुलिस के बड़े अधिकारी का रिश्तेदार है। सोमवार की पीड़िता अपने परिजनों के साथ महिला आयोग पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने संबंधित जिले के एसपी और जिलाधिकारी को फोन कर मामले की जानकारी ली और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।