बिहार: मौलाना ने लड़की को डराकर दो महीने तक किया दुष्कर्म, बच्चा होने पर पंचायत बोली- इस 20 हजार में बेच दो
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से दिल को हिला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पंचायत ने नवजात बच्चे को उसकी नाबालिग मां से अलग कर 20 हजार रुपए में बेच देने का फैसला किया है। दरअसल, पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि गांव के मौलाना सहित दो लोगों ने उसे डरा-धमकाकर उसके साथ दो महीने तक दुष्कर्म किया। दुष्कर्म का खुलासा उसके गर्भवती होने के बाद हुआ। जिसके बाद पंचायत बैठी, लेकिन पंचायत ने पीड़िता को ही दोषी करार देते हुए अपना फैसला सुना दिया। अब पीड़िता ने पुलिस ने न्याय की गुहार लगाई है।
क्या है मामला
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, मामला मुजफ्फरपुर के कटरा थाना क्षेत्र का है। यहां एक नाबालिग लड़की (15 साल) के साथ उसके गांव के ही मौलाना और एक युवक ने दुष्कर्म किया। आरोपित मौलाना सीतामढ़ी का मूल निवासी है। वह कुछ सालों से कटरा थाना क्षेत्र की एक मस्जिद में रहता था। गांव के लोग उसके लिए बारी-बारी से खाना भेजते थे। कुछ महीने पूर्व जब पीड़ित लड़की मौलाना के लिए खाना लेकर गई, तो उसने उसे धोखे से नशा देकर बेहोशी की हालत में दुष्कर्म किया। फिर तो लड़की को हत्या की धमकी देकर इस घिनौने खेल का सिलसिला दो महीने तक चलता रहा।
गर्भवती होने पर हुआ मामले कर खुलासा
मौलवी की करतूत का पता मो. शोएब को भी चला। इसके बाद उसने भी लड़की को डरा-धमकाकर दुष्कर्म करना शुरू कर दिया। फिर, दुष्कर्म की शिकार लड़की तीन महीने के लिए मधुबनी स्थित अपने ननिहाल चली गई। वहां से लौटने के बाद जब उसके गर्भवती होने का पता चला तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद पंचायत बैठी। पंचायत ने पीड़िता को दोषी करार दिया तथा उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। इस मामले में गांव में चार बार पंचायत बैठी। अंत में पंचायत ने नवजात बच्चे को मां से अलग कर 20 हजार रुपए में बेच देने का फैसला किया।
मौलाना को पंचायत ने नहीं माना दोषी
खबर के अनुसार, पंचायत ने मौलाना को इस आधार पर दोषी नहीं माना कि पीड़िता ने पंचायत में मौलाना नहीं, केवल युवक का नाम लिया। बाद में पीड़ित परिवार ने कहा कि लड़की ने पंचायत में मौलाना का नाम उसके डर के कारण नहीं लिया। अब वह मौलाना का नाम ले रही है तो पंचायत उसकी बात नहीं सुन रही। इस कारण अब लड़की और उसके परिजन डीएनए टेस्ट कराने की मांग कर रहे हैं, ताकि बच्चे के पिता का पता चल सके।
बच्चे और आरोपितों के डीएनए टेस्ट कराएगी पुलिस
पंचायत के फरमान के बाद पीड़ित के परिजनों ने महिला थाने दर्ज एफआईआर कराई। वहीं, इस मामले में एसपी सिटी नीरज कुमार सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन कर दिया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। पुलिस ने नवजात को बेचने की कोशिश की जानकारी से इनकार किया, लेकिन मुख्य आरोपित मौलाना मकबूल को संदिग्ध माना है। पुलिस बच्चे और दोनों आरोपितों के डीएनए टेस्ट कराएगी।