पटना में हाईकोर्ट के शताब्दी भवन का देश के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने किया उद्घाटन
पटना। बिहार की राजधानी पटना में हाईकोर्ट के शताब्दी भवन का शनिवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने उच्च न्यायालय के नवनिर्मित शताब्दी भवन परिसर में वृक्षारोपण भी किया।अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले माननीय न्यायमूर्ति बोबडे जी और अन्य सभी माननीय न्यायाधीशगणों के साथ ही आप सभी का स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। मुझे बहुत खुशी है कि आज पटना उच्च न्यायालय के शताब्दी भवन का उद्घाटन हुआ है। यह गौरव का पल है। बसंत पंचमी के दिन 04 फरवरी 2014 को इसका शिलान्यास हुआ था।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि मैं शिलान्यास और उद्घाटन दोनों कार्यक्रमों में शामिल हुआ। 203.94 करोड़ रूपये की लागत से इस शताब्दी भवन का निर्माण कराया गया है, जो हाई कोर्ट के पुराने भवन के बगल में बनाया गया है।
विस्तारित भवन को पुराने भवन के अनुरुप ही बनाया गया है। शताब्दी भवन के दो खंड में 5 तल हैं। नये एवं पुराने भवन कनेक्टिंग ब्रिज से जुड़े हुए हैं। नए भवन का बुनियादी ढांचा बेहतर बनाया गया है। नए शताब्दी भवन की खासियत ये है कि इसमें 43 कोर्ट रूम, 57 चैम्बर्स, लाइब्रेरी के साथ-साथ अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित लॉन का निर्माण कराया गया है।
इसके अलावा हाईकोर्ट में बैठकों के लिए 6 कमिटी रुम एवं 90 व्यक्तियों के बैठने के लिए कॉन्फ्रेंस रुम का निर्माण कराया गया है। यहां 129 गाड़ियों की पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है।अधिवक्ताओं के बैठने के लिए 10.17 करोड़ रूपये की लागत से एडवोकेट्स एसोसिएशन भवन का भी निर्माण कराया गया है। कोरोना का दौर नहीं होता तो पिछले वर्ष ही शताब्दी भवन का उद्घाटन हो गया होता। पटना हाईकोर्ट का पहले से ही ऐतिहासिक महत्व रहा है। पटना हाईकोर्ट की बिल्डिंग बिहार के लोगों को गौरवान्वित करती है।