मांझी न खा सकें लीची और आम, इसलिए नीतीश ने कर दी 24 पुलिस की तैनाती
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी के बीच की लड़ाई को इस बात से साफ-साफ देखा जा सकता है कि उनकी राजनीतिक लड़ाई अब कैसे व्यक्तिगत हो गई है। नीतीश ने मांझी को आम और लीची का स्वाद लेने पर भी रोक लगा दी है। [ OMG! हुई भूत की शादी, बारात में पहुंचें सैकड़ों लोग ]
मांझी रसीले आम और लीची का स्वाद न ले सके इसलिए नीतीश कुमार ने बंदूकों से लैस 24 पुलिसकर्मी 100 से ज्यादा पेड़ों की सुरक्षा में लगा दिया है। जी हां बिहार के मुख्यमंत्री आवास 1, अन्ने मार्ग पर आम, लीची औप कटहल के पेड़ों की सुरक्षा के लिए 24 जवानों की तैनाती की गई है। ये तैनाती इसलिए ताकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इन पेड़ों के फल न खा सकें।
यह आरोप जीतनराम मांझी और उनके समर्थकों ने लगाया है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने कहा है कि नीतीश कुमार ने इन पेड़ों की सुरक्षा में इतनी पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। वहीं मांझी ने कहा कि उन्हें इन पेड़ों के पास तक जाने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि नीतीश इस स्तर तक गिर जाएंगे।
नीतीश पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस वक्त प्रदेश की कानून-व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने महज एक पेड़ की सुरक्षा में इतने पुलिसकर्मियों को लगा रखा है। आपको बता दें कि मांझी ने आम और लीची को बचाने के लिए 8 सब-इंस्पेक्टर और 16 कांस्टेबल तैनात है।