पार्टी ने किया किनारा, कहा मांझी के बयानों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी विवादित बयान देने से पीछे नहीं हटते तो वहीं पार्टी अपना नाम बचाने का उपाय ढ़ूढ़ती नजर आ रही है। सत्तारुढ़ जनता दल (युनाइटेड) पार्टी ने खुद को जीतन राम मांझी के बयानों से अलग कर लिया है। पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयानों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
शरद यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मांझी जिस तबके से आते हैं, उसकी अपनी पीड़ा है। इसी पीड़ा में वो कई बार वह बयान कर देते हैं। विवादित बयानों के कारण आलोचना झेल रहे मांझी का बचाव करते हुए यादव ने कहा कि मांझी के बयानों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है। शरद यादव ने साफ कर दिया कि मांझी के बयानों को पार्टी लाइन से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।
उन्होंने मांझी का बचाव करने के साथ-साथ उन्हें सलाह भी दे डाली और कहा कि मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को संयमित और सोच समझकर बयान देना चाहिए। शरद यादव ने कहा कि देश में किसी को कहीं भी आने-जाने से कोई नहीं रोक सकता, चाहे वह कोई मंत्री हो या आम आदमी। गौरतलब है कि मांझी ने हाल ही में बिहार कोटे के केंद्रीय मंत्री को बिहार में घुसने नहीं देंगे।