Manu Maharaj: जानिए फिर क्यों चर्चा में हैं ये IPS, जो कभी पुलिस थाने से चुरा ले गए थे जीप
IPS Manu Maharaj Story: पटना। एक बार हुआ यूं कि बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) कोतवाली से देर रात पुलिस की जीप चोरी हो गई। दिलचस्प बात यह है कि चोरी किसी चोर ने नहीं बल्कि खुद तत्कालीन पटना एसएसपी मनु महाराज (Manu Maharaj) ने की थी। उन्होंने पुलिस की सक्रियता और कार्रवाई की गंभीरता की जांच के लिए जीप गायब की थी। इस बात का पता बाद में लगा कि रात को एसएसपी मनु महाराज अपने गनर के साथ चेहरा ढककर बाइक से शहर की सुरक्षा देखने निकले थे। वे बाइक से शहर में घूम रहे थे और शहर के बीचोंबीच सबसे वीवीआईपी थाना कोतवाली क्षेत्र में पहुंच गए। उन्होंने देखा कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसवाला और ड्राइवर आराम से सो रहे थे। मनु महाराज ने थाने से पुलिस की जीप चोरी कर ली। पूरी रात उसी जीप से पटना में घूमते रहे, लेकिन पुलिस को भनक नहीं लगी। अगले दिन ही मनु महाराज ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया। अपने स्टाइल, एक्शन और फैसलों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले आईपीएस मनु महाराज (IPS Manu Maharaj) एक बार फिर चर्चा में हैं, इस बार वह गोपालगंज थाने में तैनात एक एएसआई (ASI) की मूंछों पर फिदा हो गए। इसके बाद उन्होंने कुछ ऐसा किया जिसकी हर शख्स तारीफ कर रहा है।
ASI की मूंछों पर फिदा हुए आईपीएस मनु महाराज
दरअसल, डीआईजी मनु महाराज ने गोपालगंज पहुंचे थे, यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की फिर कुचायकोट थाने का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनकी नजर ड्यूटी पर तैनात एएसआई उमेश यादव और उनकी मूंछों पर पड़ी। मनु महाराज ने एएसआई की मूंछे देखकर उसकी जमकर तारीफ की। यही नहीं, वह इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने पास से एएसआई को 500 रुपए देकर सम्मानित किया। डीआईजी की ओर से मिली तारीफ और सम्मान से एएसआई उमेश यादव के बेहद खुश हो गए। वहीं, ड्यूटी पर तैनात अन्य पुलिसकर्मियों के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई। यह वाक्या चर्चा का विषय बना है।
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2006 बैच के IPS अफसर हैं मनु महाराज
बता दें, 2006 बैच के IPS मनु महाराज हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। 20 अक्टूबर 1974 को इनका जन्म शिमला के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई शिमला से हुई है। इसके बाद इन्होंने आईआईटी रुड़की से बीटेक किया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इसी दौरान जेएनयू में एन्वायरन्मेंटल साइंस में पीजी किया। 2006 में यूपीएससी क्लियर कर आईएएस रैंक मिली, इसके बावजूद मनु ने आईपीएस को चुना। दरअसल, मनु महाराज एक IPS अफसर बनाना चाहते थे, इन्हें बिहार कैडर मिला।
एके-47 लेकर लीड करते हैं ऑपरेशन
मनु
महाराज
किसी
बड़े
ऑपरेशन
को
खुद
ही
लीड
करते
हैं।
एके-47
लेकर
मौके
पर
पहुंच
जाते
हैं।
दरभंगा
में
एक
अपराधी
को
पकड़ने
के
लिए
मनु
घोड़े
पर
सवार
होकर
पहुंचे
थे।
वह
गया
में
पोस्टेड
रहे,
इस
दौरान
नक्सली
इलाकों
में
भी
कई
बड़े
ऑपरेशन
को
अंजाम
दिया।
रियल लाइफ 'सिंघम' हैं मनु महाराज
बिहार में मनु महाराज के नाम से अपराधी खौफ खाते हैं। उन्होंने अजय देवगन की फिल्म सिंघम देखने के बाद अपना लुक बदला और मूंछ रखना शुरू कर दिया था। इन्हें लोग सिंघम और दबंग के नाम भी पुकारते हैं।
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