बिहार और यूपी में वज्रपात के चलते 100 से ज्यादा लोगों की गई जान, जानें कैसे करें खुद का बचाव
पटना। बिहार के कई जिलों में लगातार भारी बारिश के दौरान वज्रपात होने से काफी नुकसान हुआ है। वज्रपात के चलते बिहार में अभी तक 107 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से अपील किया है कि लोग घरों से न निकलें। बिहार के 18 जिलों में खास तौर पर एहतियात बरतने को कहा गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार के 18 जिलों में इसका खास तौर पर असर रहेगा।
प्रभावित होने वाले जिले सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और शिवहर हैं। बिहार के गोपालगंज, सीवान, मधुबनी, भागलपुर, मोतिहारी, दरभंगा, बांका, जहानाबाद, शिवहर, समस्तीपुर समेत कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 103 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
वज्रपात गिरने से मृतकों में 14 लोग गोपालगंज जिले के थे। इसके अलावा 9 मृतक पूर्णिया जिले के थे। वहीं औरंगाबाद में 8, मधुबनी में 8, सीवान में 8, नवादा में 8, भागलपुर में 6, बांका में 5, पूर्वी चंपारण में 5, दरभंगा में 5, बांका में 5, खगड़िया में 3, समस्तीपुर में 2, सुपौल में 2, कैमूर में 2, पश्चिम चंपारण में 2, किशनगंज में 2, जहानाबाद में 2, जमुई में 2, बक्सर में 2, सीतामढ़ी में 2, शिवहर में 1, सारण में 1, मधेपुरा में 1, सहरसा में 1 और अररिया में 1 और व्यक्ति की मौत हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश के देवरिया में 9, प्रयागराज में 6, अंबेडकरनगर में 3, बाराबंकी में 3, कुशीनगर, फतेहपुर, उन्नाव, बलरामपुर में 1-1 लोगों की जान गई।
कैसे
करें
बचाव
मौसम
विभाग
के
विशेषज्ञों
का
कहना
है
कि
बिजली
कड़कने
के
दौरान
खुले
में
मोबाइल
का
इस्तेमाल
बिल्कुल
न
करें।
बिजली
कड़कने
या
बारिश
के
समय
लंबे
पेड़ों
के
नीचे
नहीं
खड़ा
होना
चाहिए।
अगर
आप
बारिश
के
दौरान
खुले
आसमान
के
नीचे
अकेले
फंस
गये
हों
तो
गड्ढों
या
नीची
चट्टानों
का
सहारा
लें।
बारिश
के
दौरान
उसी
छतरी
का
इस्तेमाल
करें,
जिसमें
धातु
की
बजाय
लकड़ी
का
हैंडल
लगाया
गया
हो।
आसपास कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे कंप्यूटर, मोबाइल फोन आदि चालू हालत में न रखें। बिजली के खंभों और टॉवरों से दूरी बरतें। बादल गर्जन के समय धातु के तारों, खिड़की, ग्रिल से दूरी बनाए रखें। वज्रपात के समय बिजली का हर उपकरण बंद रखा जाये। वज्रपात की आशंका हो तो खुली जमीन पर लेटने से परहेज करें।
बिहार में आंधी-बारिश का कहर, बिजली गिरने से 83 की मौत, आश्रितों को 4-4 लाख की आर्थिक मदद