बिहार: पार्टी कार्यालय के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, डिप्टी सीएम सुशील मोदी की कार का किया घेराव
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार बदलने की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में रविवार को प्रदेश बीजेपी कार्यालय पहुंच कर कार्यकर्ताओं ने कैंडिडेट बदलने को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। इतना ही नहीं, प्रदर्शन के दौरान बीजेपी दफ्तर के बाहर सुशील मोदी की गाड़ी को भी कार्यकर्ताओं ने रोक दिया और उनकी कार को काफी देर तक घेरे रखा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सुशील मोदी के सामने एक-दूसरे का गिरेबान पकड़ा और खूब धक्का-मुक्की हुई।
मिली जानकारी अनुसार, लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से अपने आप को टिकट की दावेदार बता रहीं कुमारी बबीता के समर्थकों ने उनके लिए टिकट की मांग करते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि लखीसराय के वर्तमान विधायक और मंत्री विजय सिन्हा वहां के मतदाताओं की उम्मीदों पर खड़े नहीं उतर रहे हैं। इसलिए वहां से कुमारी बबीता को ही टिकट दिया जाए। उन्होंने वहां विजय सिन्हा के खिलाफ खूब नारे लगाए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस पहुंचे सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की गाड़ी को घेर लिया।
टिकट की मांग करते हुए कुमारी बबीता के समर्थक दोनों ही नेताओं को गाड़ी से उतरने नहीं दे रहे थे। हालांकि सुरक्षा गार्डों की काफी मशक्कत के बाद रविशंकर प्रसाद को गाड़ी से बाहर निकालकर दफ्तर के अंदर ले जाया जा सका। वहीं, दूसरी ओर सुशील मोदी अपनी गाड़ी में काफी देर तक फंसे रहे। कार्यकर्ता एक-दूसरे से उलझते रहे। अगर वहां मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं ने स्थिति की नजाकत को समझते हुए समझदारी नहीं दिखाई होती तो मारपीट भी हो सकती थी। इन कार्यकर्ताओं ने किसी तरह हाथ-पैर जोड़कर लखीसराय से आए कार्यकर्ताओं को मनाया तब जाकर मोदी कार से बाहर निकल पाए।
बीजेपी
प्रदेश
अध्यक्ष
का
बयान
बीजेपी
के
प्रदेश
अध्यक्ष
संजय
जयसवाल
ने
बीजेपी
कार्यालय
में
हुए
हंगामे
पर
कहा
कि
बीजेपी
वक्त
पर
उम्मीदवारों
पर
निर्णय
लेगी।
जो
लोग
ऐसा
हंगामा
बीजेपी
कार्यालय
में
कर
रहे
हैं,
वो
उनके
लिए
ही
घातक
हैं,
जिनके
लिए
वो
आ
रहे
हैं।
उचित
तरीका
अपनाना
चाहिए,
अनुचित
तरीका
नहीं।
ऐसा
कार्यकर्ता
उन
नेताओं
को
पहचान
नहीं
बनने
देना
चाहते,
जिनके
लिए
वो
प्रदर्शन
कर
रहे
हैं।