बिहारः फिल्मी स्टाइल में बदमाशों ने लूट लिए 2.50 लाख रुपये, देखें लूट की सीसीटीवी फुटेज
पटना। एक तरफ जहां सरकार और पुलिस विभाग अपराधियों पर शिकंजा कसने और बेहतर कानून का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ बेखौफ अपराधी वारदातों को अंजाम देकर उन दावों को खोखला साबित कर रही है। ताजा मामला पीरबहोर थाना क्षेत्र के एनी बेसेंट रोड का है, जहां दिनदहाड़े एक डेयरी एजेंट की कनपटी पर पिस्टल सटाकर ढाई लाख रुपये लूट ले गए। वहीं इस दौरान एजेंट द्वारा विरोध करने पर बदमाशों ने उसके कनपटी पर गोली भी चलाई लेकिन हेलमेट होने के कारण उसकी जान बच गई।
अपराधियों की तलाश में जुटी है पुलिस
घटनाक्रम के दौरान बहुत लोग मौजूद थे। लेकिन बदमाशों के खौफ के कारण कोई कुछ भी नहीं कर सका। बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए। पूरी घटना घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए खास टीम बनाई गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
कैश कलेक्शन का काम करता है पीड़ित
इस घटना से यही पता चल रहा है कि एक तरफ अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कानून-व्यवस्था के पहरेदार पस्त दिख रहे हैं। बता दें कि दो दिनों में लूट की यह चौथी बड़ी वारदात है। पीड़ित अभिषेक कुमार डेयरी में कैश कलेक्शन का काम करते हैं। वह हर रोज की तरह सोमवार को भी बाइक से कलेक्शन के लिए निकले। दोपहर को वह वसूली के ढाई लाख रुपये बैग में लेकर छोटी पहाड़ी स्थित ऑफिस जा रहा था।
वारदात के दौरान कर दी फायरिंग
इसी दौरान बाइक सवार पर दो बदमाशों ने ओवरटेक कर टक्कर मार दी। हालांकि इस दौरान अपराधियों की बाइक गिर गई। यह देख दो राहगीर बाइक उठाने के लिए गए तो इतने ही देर में बदमाशों ने अभिषेक की कनपटी पर पिस्टल सटा दी। इसके बाद दोनों युवक पीछे हट गए और बदमाश अभिषेक के गले से पैसों वाला बैग निकाल लिए। इस दौरान जब अभिषेक ने विरोध किया तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी और फरार हो गए। हालांकि अभिषेक ने कुछ दूर तक पीछा भी किया लेकिन बदमाश फरार हो गए।
भीड़ बनी रही तमाशबीन
दिनदहाड़े फायरिंग कर लूट की सूचना मिलते ही पीरबहोर थानेदार रिजवान अहमद, डीएसपी टाउन सुरेश कुमार, रंगदारी सेल की टीम, डायल 100 के पदाधिकारी और सिटी एसपी विनय तिवारी भी मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल के सामने चाय की दुकान पर लोग मौजूद थे। लेकिन किसी ने भी मदद करने की जहमत नहीं उठाई। किसी ने शोर तक भी नहीं मचाया।