अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ देगी बिहार की हनुमान मंदिर समिति, राम रसोई की भी प्लानिंग
पटना। अयोध्या में विवादित भूमि रामलला को दिए जाने के कोर्ट के फैसले के बाद देशभर के संगठन और मंदिर समितियां मंदिर निर्माण में योगदान देने को तैयार हो रही हैं। पटना हनुमान मंदिर समिति ने कहा है कि हमारी ओर से श्रीराम का मंदिर बनवाने के लिए 10 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा। न्यास समिति के सचिव और पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल ने यह ऐलान किया। किशोर कुणाल ने कहा कि समिति हर साल मंदिर निर्माण के लिए दो करोड़ रुपए मदद देगी। सबसे बड़ी अदालत के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। ऐसे में अब शीघ्र ही इस पर काम शुरू होना चाहिए।''
अयोध्या में राम रसोई तैयार करने की भी प्लानिंग
किशोर कुणाल ने उम्मीद जताई कि मंदिर निर्माण आगामी पांच वर्ष में पूरा हो जाएगा। यदि मंदिर निर्माण जल्दी पूर्ण होता है तो महावीर ट्रस्ट घोषित दस करोड़ रुपये की सालाना किस्त बढ़ा देगा। बता दें कि, महावीर ट्रस्ट ने अयोध्या में रामलला का दर्शन के लिए आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं के लिए राम रसोई तैयार करने की प्लानिंग भी बताई है।
सुबूतों से ही हमारे पक्ष में आया फैसला
बकौल आचार्य कुणाल, ''अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए हम भी 1990 से लगे थे। कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए देश के विभिन्न पुस्तकालयों एवं सरकारी कार्यालयों से साक्ष्य एकत्रित किए गए। फिर 'अयोध्या रिविजिटेड' पुस्तक लिखी गई। दिखाया गया कि अयोध्या में विवादित स्थल के मध्य गुंबद के नीचे ही रामजन्मभूमि थी। साथ ही सीता रसोई का प्रमाण भी दिया गया। जन्मस्थल से संबंधित नक्शा भी तैयार कराया गया। ऐसे ही सुबुतों के आधार पर कोर्ट ने हिंदूओं के पक्ष में फैसला सुनाया।''
इधर, गंगा-जमुनी संस्कृति की अनूठी मिसाल
अयोध्या पर अदालत के फैसले का बिहार की राजधानी में ज्यादातर लोगों ने स्वागत किया। कई इलाकों में लोगों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा भी कराया। कहीं-कहीं गंगा-जमुनी संस्कृति का खुलेआम मुजाहिरा किया गया। साथ ही खानकाहों में उर्स हुआ। वहीं, हर संवेदनशील इलाके में पुलिस और मजिस्ट्रेट तैनात रहे। फ्लैग मार्च भी हुआ। बहरहाल, राज्यभर में हालात सामान्य हैं।
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