पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों की मिल रही पेंशन मामले में गड़बड़ी की होगी जांच, विधानसभा स्पीकर ने कही ये बात
पटना। बिहार में पूर्व विधायकों को पेंशन देने के मामले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। बिहार विधानसभा सचिवालय ने 13 सितंबर 2021 को आरटीआई के तहत जानकारी दी, जिसमें बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां विमला देवी को प्रतिमाह 30 हजार 750 रुपये और बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की मां मीरा सिन्हा को 62 हजार रुपये पेंशन जारी की जा रही है। जबकि विमला देवी का निधन साल 2020 के 25 दिसंबर को और मीरा सिन्हा का निधन साल 2021 के 30 मार्च को हो गया था।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। बिहार विधानसभा सचिवालय से आरटीआी से मिली सूचना के आधार पर बिहार में कुल 991 पूर्व विधायक और उनके आश्रित पेंशन ले रहे हैं। इसमें सबसे अधिक पटना जिले से हैं,जहां 61 पूर्व विधायक और उनके आश्रित पेंशन ले रहे हैं। इन 61 लोगों के पेंशन पर सरकार 28 लाख 39 हजार 250 रुपये प्रतिमाह खर्च कर रही है।
वहीं मुजफ्फरपुर जिले में 50 और पूर्वी चंपारण में 49 पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों को पेंशन मिल रही है। गया में ये संख्या 48 है और समस्तीपुर में 40 की संख्या है। पूरे बिहार में सभी जिलों को मिलाकर ये संख्या 991 है। इस पर सरकार प्रतिमाह 4 करोड़ 94 लाख 44 हजार खर्च कर रही है। इस तरह से सरकार हर साल पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों की पेंशन पर 59 करोड़ 33 लाख 30 हजार खर्च कर रही है।
बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर मंत्री ने दिया बयान तो विपक्ष ने खड़े किये सवाल
पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भास्कर की खबर पर सोमवार दोपहर में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने विधानसभा कार्यालय से RTI के तहत दी गई जानकारी को गलत बताया है। प्रसाद ने ट्वीट कर लिखा कि मां विमला प्रसाद की मौत के बाद पेंशन मिलने वाले एकाउंट को दिसंबर 2020 में ही बंद करवा दिया था। इसके प्रमाण के तौर पर उन्होंने भास्कर को उस खाता का दिसंबर 2020 तक का बैंक स्टेटमेंट भेजा है।