सफारी में बना तहखाना देख पुलिस भौंचक्क, AK47, ग्रेनेड लॉन्चर, 1200 कारतूस बरामद
Bihar news, पूर्णिया। बिहार में आपराधिक गिरोहों को राज्य के बाहर से अत्याधुनिक हथियारों की सप्लाई की जाती है। इस बात का खुलासा पूर्णिया पुलिस ने किया है। पूर्णिया पुलिस ने हथियार तस्करी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन हथियार तस्करों को अत्याधुनिक हथियारों और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
चौंकाने वाला खुलासा
दरअसल पूर्णिया पुलिस ने जिले के वायसी थाना इलाके से सात फरवरी को सफारी गाड़ी से जा रहे तीन हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के वक्त तस्करों के पास से पुलिस ने तकरीबन 600 जिंदा कारतूस भी बरामद किया था। गिरफ्तार तस्करों को रिमांड पर लेने के बाद रविवार को जब पुलिस ने तीनों से पूछताछ शुरू की तो उनके द्वारा दी गई जानकारी के बाद पुलिस भी भौंचक्क रह गई।
सफारी में तहखाना
पुलिसिया पूछताछ में तस्करों ने उनकी सफारी गाड़ी के नीचे एक तहखाना होने की बात बताई। तस्करों की निशानदेही पर जब पुलिस ने सफारी गाड़ी के नीचे तलाशी ली तो जो कुछ भी सामने आया उसे देख पुलिस के होश फाख्ता हो गए। पुलिस ने जब गाड़ी में बना तहखाना खोला तो उसमें 1 एके 47 और दो यूबीजीएल ग्रेनेड लांचर सहित 1200 कारतूस बरामद हुआ।
विदेशों से हथियार की तस्करी
बरामद हथियार म्यांमार देश मे बने बताये जाते हैं। इस बात की जानकारी देते हुए पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा ने बताया की गिरफ्तार तस्कर बरामद अत्याधुनिक हथियारों को पटना में कुख्यात अपराधी मुकेश सिंह को सप्लाई करनेवाले थे। पूर्णिया एसपी के मुताबिक गिरफ्तार तस्कर बरामद हथियारों को नागालैंड से पटना लेकर जा रहे थे।
मामले में तह तक जाने में लगी पुलिस
उन्होंने बताया की गिरफ्तार तस्करों ने इससे पहले भी मुकेश सिंह को कई अत्याधुनिक हथियारों की सप्लाई की है। इसके अलावा इन तस्करों ने नक्सलियों को भी कई अत्याधुनिक हथियार मुहैया कराए थे। गिरफ्तार तस्करों के नाम सूरज सिंह, वी आर कहोरनगम और क्लियरसन कावो बताये जा रहे हैं जो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और मणिपुर के रहनेवाले हैं। फिलहाल पूर्णिया पुलिस गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर और भी जानकारी इकट्ठा करने में लगी है।