फ्लाइंग लेफ्टिनेंट मोहित गर्ग को हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई, वायुसेना के एन-32 विमान हादसे में हुए थे शहीद
पटियाला। अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियों में भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान हादसे में शहीद हुए 27 वर्षीय फ्लाइंग लेफ्टिनेंट मोहित गर्ग को शुक्रवार को हजारों लोगों ने उनके पैतृक शहर में अंतिम विदाई दी। शहीद मोहित गर्ग के अंतिम संस्कार में हजारों लोगों ने शिरकत कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया।
शहीद मोहित का पार्थिव शरीर पहुंचा घर
शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके आंगन में पहुंचा तो चीख पुकार से माहौल में मातम पसर गया। रोते बिलखते उनके परिजनों को संभालने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। मोहित गर्ग का पार्थिव शरीर बीती रात असम से हवाई जहाज द्वारा अंबाला लाया गया था और वहां से पटियाला होते हुये वाहन से समाना उनके घर पहुंचाया गया। इसके बाद समाना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट मोहित गर्ग के घर शोक का माहौल पसर गया।
27 साल के मोहित को दी श्रद्धांजलि
फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहित गर्ग की शादी एक साल पहले जालंधर निवासी आस्था के साथ हुई थी, जो बैंक में नौकरी करती हैं और इन दिनों असम में कार्यरत हैं। दोनों की जुलाई में छुट्टियां मनाने की योजना थी। तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे 27 साल के मोहित गर्ग ने 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई नाभा के पंजाब पब्लिक स्कूल से की है। इसके बाद वह एनडीए की परीक्षा पास कर खड़गपुर में ट्रेनिंग के बाद भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात थे।
एन-32 विमान हादसे में हुए शहीद
गौरतलब है कि 3 जून को असम के जोरहाट से ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन-32 ने उड़ान भरा था जिसे अरुणाचल प्रदेश के मेचुका में जाकर उतरना था। लेकिन दोपहर के 1 बजे करीब यह विमान वायुसेना के रडार से गायब हो गया था और इस विमान का संपर्क एटीएस से टूट गया था। इसके बाद विमान को ढूंढने की लगातार कोशिश की जा रही थी। लंबी जद्दोजहद के बाद इंडियन एयरफोर्स ने एएन-32 के क्रैश में शहीद हुए 13 वायुसैनिकों के शवों को बरामद कर लिया है।