पंजाब: दादा को सबक सिखाने के लिए पोते का अपहरण कर प्रेमी जोड़े ने किया कत्ल
Patiala News,(पटियाला)। पंजाब के पटियाला में बीते दिनों एक 6 वर्षीय बालक मनान की अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या इसलिए की गई थी ताकि मनान के दादा से बदला लिया जा सके। इस मामले में पंजाब पुलिस ने दो आरोपियों को धर दबोचा है जिससे पुलिस ने राहत की सांस ली है। इस कत्ल के वारदात के पीछे जो कहानी थी, उसे सुनकर हर कोई हैरान है। बता दें मनान के दादा ने इलाके की महिला को अपने मकान से निकाल दिया था। इसी रंजिश के चलते महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पांच दिसंबर को जब घनौर के विधायक मदन लाल के बेटे की शादी चल रही थी, तो उसी समय सारा तानाबाना बुना गया और मनान अचानक लापता हो गया। उसके बाद परिजन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने जांच शुरू की तो परत दर परत सारे मामले का भेद खुल गया और बालक का निर्ममता पूर्वक कत्ल करने वाले दो आरोपियों अवनीश कुमार उर्फ काला और सुनीता बेगम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सड़ी हालत में शव हुआ बरांद
पटियाला के एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पांच दिसंबर को मनान की गुमशुदगी के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। लापता बालक की लाश पुलिस ने 21 दिसंबर को सड़ी-गली अवस्था में नहर के नजदीक गांव लाछड़ू खुर्द के पास घनी झाड़ियों में से बरामद की थी। सिद्धू ने बताया कि मौके से मिली लाश के आधार पर सारे क्षेत्र की क्राईम मैपिंग की गई और 24 दिसंबर को उन्होंने खुद मौका देखा और स्पेशल फोरेंसिक विज्ञान लैबोरेटरी मोहाली की टीम को भी मौके पर बुलाया। मामले की जांच विभिन्न पहलुओं की एरिया मैपिंग से और मिले अहम सुरागों को कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पटियाला पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हुई। आरोपी अवनीश कुमार और सुनीता बेगम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घर से निकाले जाने से थी रंजिश
उन्होंने बताया कि आरोपी अवनीश घनौर में करीब 16 सालों से बही खाते का काम करता आ रहा है। यहां इसके प्रेम संबंध सुनीता बेगम पत्न साथ होने के कारण उसके घर आना जाना था, जो सुनीता बेगम पहले दाना मंडी घनौर में मृतक मनान के दादा नसीरूदीन के घर के सामने रहती थी। नसीरूदीन ने यह मकान खाली करवा लिया था। इसके बाद सुनीता बेगम और उसके पति रसीद ( जो कि ट्रक ड्राईवरी का काम करता है) ने घनौर के क्षेत्र में ही प्लॉट लेकर मकान बनाया था। यह प्लॉट लेने, बैंक से लोन मंजूर करवाने और मकान बनाने के लिए भी अवनीश कुमार उर्फ काले ने सुनीता बेगम की डेढ़ लाख रुपए की मदद की थी। अवनीश कुमार (आरोपी) और सुनीता बेगम (आरोपी) को नाराजगी थी कि नसीरूदीन ( मनान का दादा) ने इनका घर खाली करवाया है और यह दोनों नसीरूदीन को सबक सिखाने की ताक में थे।
अईस्क्रीम खिलाने के बहाने किया अगवा
उन्होंने 5 दिसंबर को मनान को आईसक्रीम खिलाने के बहाने अवनीश अपनी वाली दुकान पर ले गया। आरोपियों ने मनान को बोरी की रस्सियों के साथ बांध कर दम घोंटते हुए उसका कत्ल कर दिया और दुकान बंद करके सुनीता बेगम के घर चला गया। यहां उसने नसीरूदीन के पोते मनान वाली सारी कहानी बता दी। इसके बाद रात करीब 9:30 बजे अवनीश कुमार अपने मोटरसाईकिल पर सवार होकर फिर दाना मंडी घनौर में आढ़त की दुकान पर आ गया, जहां से वह मनान की लाश दुकान से उठाकर नहर के साथ लगते सूखे सूए में उतर गया। सूए के साथ करीब एक किलोमीटर जाकर घनी झाड़ियों में मनान की लाश को फेंक दिया और फिर सुनीता बेगम के घर चला गया। यहां इसने हाथ वगैहरा धोए और सुनीता बेगम को बताया कि उसने मनान की लाश को ठिकाने लगा दिया है। फिर दाना मंडी आढ़त की दुकान पर आकर अपना मोटरसाईकिल उठा कर घर चला गया और रोजमर्रा की तरह आढ़त की दुकान पर आता जाता रहा। पुलिस की जांच के दौरान सुनीता बेगम व मनान के दादा की रजिंश की बात पता चली तो पूछताछ के दौरान आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया।
ये भी पढ़ें:- हापुड़ के इस शख्स ने 580 शहीद जवानों के नाम किया अपना शरीर, आप भी देखें कैसे