अच्छा-भला बाउंसर था, नौकरी भी करता था, जुए की लत लग गई तो 80 लाख हारा, लूट मचाने पर मिलीं सलाखें
पानीपत। फरीदाबाद के एक घर में हुई लूटपाट एवं दो लोगों के अपहरण-कांड के आरोपी को हरियाणा पुलिस ने धर लिया है। पुलिस प्रवक्ता एवं एसीपी धारणा यादव ने बताया कि, मुख्य गुनहगार मनजीत है। वो अच्छा-भला बाउंसर था। नौकरी भी करता था। न जाने कब से जुए की लत लग गई। उसी में 80 लाख हार गया। तब से अपराध करने लगा।
मनजीत ने अपना गैंग बनाया, जिसकी मदद से रविवार को उसने फरीदाबाद जाकर बड़ी वारदात की। माल लूटा और दो लोगों को अगवा कर लिया। उसके बाद फिरौती मांग रहे थे। पुलिस ने मंगलवार की रात में मनजीत और साथी लुटेरों को गिरफ्तार किया। तब उन्होंने पूछताछ में कई राज उगले।
एसीपी धारणा यादव के मुताबिक, मनजीत ने गांव के ही 3 आरोपियों सुरेंद्र उर्फ चैंगो, राजेश उर्फ नीटू, अंकित उर्फ अंकी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। चारों पानीपत से एक गाड़ी को किराए पर लेकर आए थे। मनजीत के पास लाइसेंसी पिस्टल भी है। उसका कहना है कि, वारदात को इसी से अंजाम दिया। पुलिस तीन दिन तक घटना को छिपाए रही। बाद में मीडिया को जानकारी हुई।
इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई भी चौंकाने वाली रही। पुलिस ने मीडिया को शुरू के 3 तीनों तक कुछ नहीं बताया। पुलिस प्रवक्ता एवं एसीपी धारणा यादव ने अब कहा है कि, फरीदाबाद के सूरजकुंड थाना क्षेत्र में उक्त वारदात को लेकर एक केस दर्ज हुआ था। जिसके बाद लुटेरों की पानीपत में गिरफ्तारी हुई। सीपी ने जांच क्राइम ब्रांच-30 को सौंप दी थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मनजीत उर्फ सूरड़ा, सुरेंद्र उर्फ चैंगो, राजेश उर्फ नीटू को समालखा में पकड़ा।