क्या करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पीएम मोदी को पाकिस्तान इनवाइट करेंगे इमरान खान
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश विभाग की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है कि नवंबर माह में जब वहां करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होगा तब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इनवाइट किया जाएगा या नहीं। वहीं, विदेश विभाग ने इस बात की जानकारी भी दी है कि प्रधानमंत्री इमरान खान 22 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता डॉक्टर मोहम्मद फैसल शाह हर हफ्ते होने वाली मीडिया कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इसी कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पीएम मोदी से जुड़े सवाल का जवाब दिया।
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इनविटेशन पर कोई फैसला नहीं
इस दौरान उनसे सवाल किया गया, ' क्या नवंबर में होने वाले करतारपुर कॉरिडोर के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया जाएगा?' इस पर फैसल का जवाब कुछ इस तरह से था, 'पाकिस्तान की ओर से भारत को कॉरिडोर के अगले दौर की वार्ता के लिए 14 जुलाई की तारीख की पुष्टि कर दी गई है। कुछ फैसले हैं जिन पर जल्द फैसला लिया जाएगा।' यानी अभी तक पाक ने इस बात पर कोई फैसला नहीं किया है पीएम मोदी को इनवाइट किया जाए या नहीं।
नवंबर में होगा उद्घाटन
फैसल की ओर से बताया गया है कि पाकिस्तान की तरफ कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है। पाक मीडिया की मानें तो 80 प्रतिशत काम लगभग पूरा हो चुका है। फैसल ने कहा, 'नवंबर में बाबा गुरु नानक की 550वीं जन्मतिथि पर इसका उद्घाटन हो सके इसलिए इसकी प्रक्रिया तेज की जा रही है। हम इस पूरे मुद्दे पर एक सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहे हैं।' इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में फैसल ने कश्मीर का जिक्र भी किया उन्होंने भारत पर कश्मीर के नागरिकों की आवाज दबाने का आरोप भी लगाया।
14 जुलाई को होनी है अगली वार्ता
करतारपुर कॉरिडोर पर वार्ता का दूसरा दौर पहले दो अप्रैल को तय हुआ था लेकिन भारत ने इसे टाल दिया था। पाकिस्तान ने खालिस्तान के एक नेता को करतारपुर कॉरिडोर के लिए बनी कमेटी में नियुक्त किया था और भारत इस बात से नाराज था। इसी नाराजगी के चलते भारत ने अप्रैल में होने वाली वार्ता को आगे बढ़ा दिया। आने वाली 14 जुलाई को भारत-पाक के बीच जो वार्ता होनी है उसमें कॉरिडोर को लेकर बने ड्रॉफ्ट एग्रीमेंट को ध्यान में रखकर वार्ता को आगे बढ़ाया जाएगा। इस ड्राफ्ट में तीर्थयात्रियों के आने जाने से जुड़ी बातों के अलावा कॉरिडोर के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में भी कई अहम बिंदु हैं।
मार्च में हुई थी पहले दौर की वार्ता
पहले दौर की वार्ता 14 मार्च को अटारी-वाघा बॉर्डर पर हुई थी। भारत ने पहले दौर की वार्ता के दौरान प्रस्ताव दिया था कि कॉरिडोर को भारतीय नागरिकों और एनआरआई के लिए खोला जाना चाहिए और 5,000 लोगों को रोजाना दर्शन की मंजूरी मिलनी चाहिए। पाकिस्तान ने इस प्रस्ताव पर कहा था कि सिर्फ 700 तीर्थयात्रियों और वह भी सिर्फ भारतीय नागरिकों को ही मंजूरी दी जा सकती है। पाक ने इसके लिए भी एक रकम के बाद परमिट देने की बात कही थी।। भारत की तरफ से कॉरिडोर का काम 45 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है और अब चार लेन वाले हाइवे और पैसेंजर बस टर्मिनल से लैस बिल्डिंग का काम जारी है।