पाकिस्तान में लोग नहीं चाहते, नरेंद्र मोदी बनें दोबारा प्रधानमंत्री, जानिए क्यों
इस्लामाबाद। 23 मई को भारत में हुए लोकसभा चुनावों के नतीजे आ जाएंगे। चुनावी नतीजों से पहले एग्जिट पोल में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है। ऐसा होने पर एक बार फिर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री होंगे। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की भी नजरें इन नतीजों पर लगी हुई हैं। एग्जिट पोल के बाद पाकिस्तान की जनता नहीं चाहती है कि मोदी दोबारा पीएम बनें। पाकिस्तान के कई चैनल्स पर इससे जुड़ी राय मांगी गई और सबने एक ही सुर में कहा कि मोदी को दोबारा देश का पीएम नहीं बनना चाहिए।
यह भी पढ़ें-चीन के राजदूत ने भारत के साथ संबंधों पर दिया अहम बयान
सर्जिकल स्ट्राइक कराने वाले पीएम
पाकिस्तान में लोगों का कहना है कि मोदी, सर्जिकल स्ट्राइक कराने वाले पीएम हैं और इसलिए उन्हें दोबारा सत्ता में नहीं आना चाहिए। शाही आलम जो लाहौर के रहने वाले हैं, उन्होंने पाकिस्तान के एक चैनल से बातचीत में कहा, 'उन्हें सत्ता में नहीं आना चाहिए, उन्होंने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कराई हैं।' यहां यह बात गौर करने वाली है कि पाक पीएम इमरान खान ने एक बहम बयान दिया था और कहा था कि अगर मोदी दोबारा चुनाव जीतते हैं तो दोनों देशों के संबंध कुछ सुधर सकते हैं।
मोदी ने दी थी पाकिस्तान को चुनौती
पाकिस्तान के एक और नागरिक एजाज ने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि मोदी बहुमत के साथ सरकार बना पाएंगे। मुझे लगता है कि उन्हें एक आधा-अधूरा विश्वासमत हासिल होगा और यह पाकिस्तान के लिए अच्छा होगा।' पीएम मोदी ने चुनावी रैली में विंग कमांडर अभिंनदन को पकड़े जाने की घटना का जिक्र किया था। उन्होंने गुजरात के पाटन में हुई एक रैली में कहा था कि जब पाक सेना ने विंग कमांडर को पकड़ा तो उन्होंने पाकिस्तान के चेतावनी दी थी। पीएम मोदी के शब्दों में, 'पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर हमारे पायलट को कुछ भी हुआ तो आप दुनिया को बताते फिरेंगे मोदी ने आपके साथ क्या किया।'
लेकिन कुछ पाकिस्तानियों का नजरिया अलग
वहीं, लंदन में रहने वाले पाकिस्तान के बिजनसेमैन रियाज ने इंग्लिश डेली टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा, 'पाकिस्तान में रहने वाले लोगों का मत उन पाकिस्तानियों से अलग है जो पाकिघ्स्तान से बाहर रहते हैं। हमारा मानना है कि मोदी को सत्ता में वापस आना चाहिए। कम से कम वह पाकिस्तान की सरजमीं पर मौजूद आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तो करेंगे और पाकिस्तान की सरकार पर दबाब बना सकते हैं ताकि हमारी मातृभूमि से आतंकवाद खत्म हो सके।'
14 फरवरी से जारी है तनाव
भारत और पाकिस्तान के संबंध 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमलों के बाद से और बिगड़ गए हैं। 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाया था। इसके अगले दिन यानी 27 फरवरी को पाकिस्तान की वायुसेना ने अपने 24 जेट्स भारत पर हमले के लिए भेजे थे।