Watch: फिल्म केसरी के गाने 'तेरी मिट्टी' के साथ पाकिस्तान से आजादी मांगता बलूचिस्तान का शख्स
नई दिल्ली। अक्षय कुमार की फिल्म 'केसरी' का सुपरहिट गाना 'तेरी मिट्टी' भले ही अवॉर्ड हासिल न कर सका हो, लेकिन यह गाना आज भी जो सुनता है जोश से भर जाता है। पाकिस्तान आर्मी के अत्याचार झेलने को मजबूर बलूचिस्तान की जनता के बीच भी अब यह गाना अपनी जगह बनाता जा रहा है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर आए एक वीडियो से तो कम से कम यही लगता है। यह वीडियो ट्विटर पर काफी वायरल हो रहा है और लोग कई बार इसे री-ट्वीट कर रहे हैं।
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एक्टिविस्ट ने शेयर किया वीडियो
जो वीडियो को ट्विटर पर साजिदा अख्तर ने शेयर किया है। साजिदा की ट्विटर बायो देखने से पता लगता है कि वह बांग्लादेश की रहने वाली हैं लेकिन फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट से जुड़ी हैं। साजिदा ने एक शख्स के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'मशहूर गाना 'तेरी मिट्टी' बलूचिस्तान के एक लोकल टैलेंट की तरफ से, यह आज की बेस्ट चीज है जो देखी जानी चाहिए। यह वर्जन बहुत ही प्यारा है और बिल्कुल बलोचों की ही तरह पवित्र है।' साजिदा ने इसके बाद इस गाने की लाइनों का मतलब समझाया है जिसके मुताबिक, 'हमारी मातृभूति स्वर्ग से भी अच्छी है।' पिछले कई वर्षों से बलूचिस्तान के लोग अपनी आजादी की आवाज उठा रहे हैं। पिछले दिनों जब विपक्ष की तरफ से पाकिस्तान की इमरान सरकार ने बलूचिस्तान और सिंध पर कब्जे को लेकर चेतावनी दी गई है।
Famous song 'Teri Mitti' by local talent of #Balochistan is the best thing to watch out today!
Love this version, much simple & pure as the Balochs.
And as the saying goes, "One's motherland is far better than heaven"♥️#mondaythoughts@TarekFatah @IMAmirKA @IFazilaBaloch pic.twitter.com/FCMZfMMKu2
— Sajeda Akhtar (@Sajeda_Akhtar) November 9, 2020
पाकिस्तान सेना पर हो रहे हैं हमले
जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान की तरफ से पाक सरकार को चेतावनी दी गई। उन्होंने क्वेटा के अयूब स्टेडियम से कहा, 'किसी को भी बलपूर्वक किसी भी प्रांत पर कब्जे का अधिकार नहीं है और न ही 18वें संशोधन में कोई बदलाव होने चाहिए।' पिछले कुछ माह से बलूचिस्तान में पाकिस्तान सेना के जवानों पर लगातार हमले हो रहे हैं। बलूचिस्तान के लोग पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान से आजादी की मांग कर रहे हैं। सेना की तरफ से स्थानीय लोगों पर ढहाए जा रहे जुल्म और क्षेत्र में विकास न होने की वजह से पाक सरकार के खिलाफ नाराजगी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की तरफ से भी आई एक रिपोर्ट में यहां के गायब होते नागरिकों का जिक्र किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि इन लोगों को राजनीतिक या फिर धार्मिक विचारधारा या मानवाधिकार के लिए उनकी निरंतर मांग के चलते गायब कर दिया गया है।