Video: UNGA में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान हिजाब पर बोले- जब कुछ देशों में महिलाएं कपड़े उतारती हैं तो...
न्यूयॉर्क। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क स्थित यूनाइटेड नेशंस के हेडक्वार्टर पर अपना पहला संबोधन दिया। यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (UNGA) के 74वें सत्र के दौरान पहले संबोधन में उन्होंने ऐसी कई बातें कहीं, जो किसी की भी समझ से परे थीं। उनके भाषण में हिजाब का जिक्र भी हुआ। इमरान ने हिजाब का जिक्र करते हुए अपनी सारी सीमाएं लांघ दी। उन्होंने ऐसी बातें कहीं जिन्हें हजम करना वाकई बहुत मुश्किल है। उंगा के मंच से ही इमरान ने भारत को परमाणु युद्ध और कश्मीर में खून-खराबे की धमकी दी है।
यह भी पढ़ें-UNGA: रेड लाइट जलने पर भी बोलते रहे इमरान खान नियाजी
|
हिजाब को समझा जा रहा हथियार
इस वीडियो को पाकिस्तानी जर्नलिस्ट नायला इनायत ने सबसे पहले शेयर किया और अब तक इसे 11 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इमरान खान को उंगा के मंच से कहते हुए सुना जा सकता है, 'एक महिला दूसरे देशों में अपने सारे कपड़े उतार सकती है लेकिन वह ज्यादा कपड़े नहीं पहन सकती है। आज कुछ देशों में महिलाएं अगर हिजाब पहनती हैं तो इसे एक मुद्दा बना दिया जाता है जैसे कि हिजाब किसी तरह को कोई हथियार है।' इमरान के मुताबिक यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि एक तरह इस्लामफोबिया बना डाला गया है।
9/11 के बाद की स्थिति का जिक्र
इमरान ने कहा कि दुनिया में इस समय 1.3 बिलियन मुसलमान रहते हैं। लाखों मुसलमान अमेरिका और यूरोप में रहते हैं और इन्हें अल्पसंख्यक समझा जाता है। 9/11 के बाद से इस्लामोफोबिया जिस तरह से बढ़ा है वह वाकई हैरान करने वाला और एक अलर्ट करने वाली स्थिति है। इमरान खान के मुताबिक मानव समुदायों को एक समझ के तहत साथ में मिलकर रहना चाहिए। लेकिन आज इस्लामोफोबिया ने एक तरह का बंटवारा कर दिया है।
श्रीलंका में बैन हिजाब
अप्रैल में श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर चर्च में आतंकी हमले के बाद बुर्का बैन कर दिया गया था। वहीं यूरोप के कई देश जैसे फ्रांस और डेनमार्क में भी बुर्का बैन है। डेनमार्क में तो पब्लिक प्लेसेज पर बुर्का पहनने पर फाइन का नियम है। इमरान के मुताबिक कोई भी धर्म चरमपंथ की शिक्षा नहीं देता है। सभी धर्मों का आधार प्यार और इंसाफ है।