Video: पाकिस्तान के कराची में सेना के खिलाफ विद्रोह, पुलिस ऑफिसर के अपहरण के बाद युद्ध जैसे हालात
कराची। पाकिस्तान के कराची में शॉपिंग मॉल में ब्लास्ट के बाद हालात बिगड़ गए हैं। ऐसी खबरें आ रही हैं कि यहां पर पुलिस ने सेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि सिंध पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) रैंक के ऑफिसर को किडनैप कर लिया गया है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक कराची में हालात बिल्कुल किसी सिविल वॉर जैसे हैं। फिलहाल जनरल कमर जावेद बाजवा की तरफ से घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
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सरकार बोली, हर पल पुलिस के साथ
सिंध प्रांत के आईजीपी मुश्ताक महार और दूसरे पुलिस ऑफिसस ने सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह से मुलाकात की। सीएम शाह की तरफ से बुधवार को पुलिस के टॉप ऑफिसर्स को भरोसा दिलाया गया है कि सरकार उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी। किसी भी स्थिति में पुलिस बल का मनोबल नहीं गिरने दिया जाएगा। मुराद अली का कहना था कि सिंध पुलिस ने प्रांत में शांति कायम करने में बड़ा योगदान दिया है। पुलिस की सेवाओं और बलिदान के बारे में सभी लोग जानते हैं। सरकार, मुश्किल घड़ी में पुलिस के साथ है।
क्यों छिड़ा है सारा विवाद
पिछले दिनों गुंजरावाला में पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) और बाकी विपक्षी दलों की विशाल रैली हुई थी। इस रैली के बाद पीएमएल-एन के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान को गिरफ्तार कर लिया गया था। सफदर, नवाज की बेटी और पार्टी नेता मरियम नवाज के बेटी हैं। सफदर को कराची के एक होटल से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सफदर पाकिस्तान आर्मी के एक रिटायर्ड ऑफिसर हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का अपमान करने के चलते गिरफ्तार किया गया।
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पुलिस ऑफिसर को किया गया किडनैप
विपक्ष ने आरोप लगाया कि आईजीपी मुश्ताक अहमद को सोमवार को अर्धसैनिक बलों ने किडनैप कर लिया था। इसके बाद उनसे जबरदस्ती एक ऑर्डर साइन कराया गया जिसमें सफदर को कराची के होटल से गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया था। सिंध सिरकार की तरफ से कहा गया कि उनकी तरफ से यह आदेश जारी नहीं किया गया था और सफदर की गिरफ्तारी में उनका कोई हाथ नहीं है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चीफ बिलावल भुट्टो जरदारी का कहना है कि सेना और इंटेलीजेंस एजेंसी को इस मसले को देखना चाहिए। पीपीपी ही सिंध में सरकार चला रही है।
ऑफिसर्स गए छुट्टी पर
इस पूरे मामले के बाद सिंध पुलिस के लगभग सभी ऑफिसर्स ने विरोध में अपना इस्तीफा दे डाला। पुलिस की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि 18 और 19 अक्टूबर की रात को जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, उससे पुलिस काफी निराश है। सभी रैंक्स में निराशा है और इसके चलते ही आईजी सिंध ने फैसला किया है कि पुलिस ऑफिसर्स छुट्टी पर जाएंगे। पाकिस्तान आर्मी की तरफ से मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और कराची कोर कमांडर इन्क्वॉयरी में लग गए हैं। लेकिन सेना इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है। सेना की तरफ से सिंध के आईजी को अपहरण करने के मामले पर कुछ नहीं कहा जा रहा है।
जनरल के साले का मॉल आग के हवाले
मरियम नवाज ने पुलिस के जज्बे को सलाम किया है। हालांकि सेना ने जब जांच के आदेश दिए तो आईजी महार ने सभी पुलिस ऑफिसर्स और जवानों से अपील की कि वो अपनी छुट्टियां कैंसिल कर दें। कराची का घटनाक्रम बहुत असाधारण माना जा रहा है। यहां पर 10 एआईजी, 16 डीआईजी और 40 एसएसपी की तरफ से छुट्टी के लिए अप्लाई किया गया था। साथ ही जूनियर रैंक के ऑफिसर्स की तरफ से भी छुट्टी के लिए अप्लाई कर दिया गया था। कहा जा रहा है कि कराची के जिस शॉपिंग मॉल में ब्लास्ट हुआ था, वह पाकिस्तान आर्मी के चीफ जनरल बाजवा के साले का मॉल था। मॉल में गुस्साई भीड़ ने ही आग लगा दी थी। इसके बाद यहां पर पाकिस्तान सेना और सिंध पुलिस के बीच जमकर फायरिंग हुई है। दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई थी।