अमेरिकी पायलट्स को निर्देश, पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान का एयरस्पेस खतरनाक, अलर्ट रहें
वॉशिंगटन। अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान के एयरस्पेस को खतरनाक करार दिया है। इसके साथ ही अथॉरिटीज की तरफ से पायलट्स से कहा गया है कि वे उड़ान के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतें। अमेरिकी अथॉरिटीज की तरफ से इसके पीछे पुलवामा आतंकी हमले का हवाला दिया गया है। आपको बता दें कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को पाक स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने निशाना बनाया था। जैश की तरफ से हुए उस आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
यह भी पढ़ें-राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिए थे बगदाद पर Air Strike के आदेश
गुरुवार को जारी हुई चेतावनी
अमेरिकी उड्डयन नियामक फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) की तरफ से अमेरिकी एयरलाइंस और उनके पायलट्स के लिए गुरुवार को चेतवानी जारी की गई है। एफएए ने कहा है कि 'चरमपंथी या आतंकी गतिविधियों' के चलते पाकिस्तान का एयरस्पेस में फ्लाइट ऑपरेट करना खतरनाक हो गया है। एक आधिकारिक डाक्यूमेंट का हवाला देते हुए न्यूज एजेंसी पीटीआई की तरफ से यह जानकारी दी गई है। एफएए की तरफ से 30 दिसंबर 2019 को नोटिस टू एयरमैन (नोटैम) जारी किया गया था। नोटैम में कहा गया है, 'फ्लाइट ऑपरेशंस के दौरान सावधानी बरतें। अमेरिकी असैन्य उड्डयन के लिए इस क्षेत्र और पाकिस्तान के एयरस्पेस आतंकी गतिविधियों के चलते खतरा मौजूद है।'
|
टेक ऑफ और लैंडिंग के समय खतरा
यह नोटैम सभी अमेरिकी एयरलाइंस और अमेरिकी पायलट्स पर लागू होगा। नोटैम में एफएए ने कहा है कि पाकिस्तान में एयरपोर्ट्स और एयरक्राफ्ट पर हमलों की आशंका के चलते अमेरिकी सिविल एविएशन पर खतरा है। खासतौर पर ऐसे एयरक्राफ्ट जो जमीन पर हैं और जो कम ऊंचाई पर उड़ान भर रहे हैं। ऐसे एयरक्राफ्ट जो टेक ऑफ या लैंडिंग के लिए रेडी हैं, उन पर भी खतरा है। नोटैम में कहा गया है, 'पाकिस्तान में चरमपंथी/आतंकी तत्वों की वजह से अमेरिकी असैन्य उड्डयन को छोटे हथियारों, सीधे मिसाइल हमले और इस तरह के हमलों से खतरा है।'
आतंकियों के पास एयर डिफेंस सिस्टम
एफएए ने कहा है कि अभी तक इस तरह की कोई खबर नहीं आई है कि किसी तरह का कोई मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम या फिर मैनपैड्स पाक में सिविल एविएशन सेक्टर के खिलाफ प्रयोग हो रहे हैं। मगर कुछ आतंकी या चरमपंथी संगठनों की इन तक आसान पहुंच है। इसकी वजह से आतंकी संगठन पाकिस्तान मे सिविल एविएशन को निशाना बना सकते हैं। नियामक की तरफ से कहा गया है कि पायलट्स और एयरलाइंस को पाकिस्तान में सुरक्षा और रक्षा से जुड़ी घटनाओं की जानकारी देनी होगी।
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद बंद एयरस्पेस
पाकिस्तान ने 16 जुलाई को अपना एयरस्पेस बालाकोट एयरस्ट्राइक के पांच माह बाद भारत के लिए खोला था। 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। पिछले वर्ष अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीवीआईपी फ्लाइट के लिए रास्ता देने से इनकार कर दिया था। पीएम मोदी को उस समय सऊदी अरब की यात्रा पर जाना था। बालाकोट एयरस्ट्राइक, पुलवामा आतंकी हमले का जवाब थी।