UNSC में कश्मीर मसले पर पाकिस्तान को फिर ठेंगा, संगठन ने कहा-भारत के साथ बातचीत कर सुलझाएं मसला
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने एक बार फिर पाकिस्तान को कश्मीर के मसले पर आईना दिखाया है। यूएनएससी ने दोहराया है कि कश्मीर का मसला एक द्विपक्षीय मसला है और इसे आपसी बातचीत से ही सुलझाया जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति की तरफ से यह बात कही गई है। इसके साथ ही पाकिस्तान को फिर से संगठन में किनारे कर दिया गया है।
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चीन की वजह से चर्चा की पेशकश
बुधवार को पाकिस्तान ने आर्टिकल 370 हटने के एक साल पूरा होने के मौके पर फिर से कश्मीर का मसला उठाया था। इस मौके पर संगठन के चार स्थायी सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस ने भारत का समर्थन किया। संगठन की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया कि कश्मीर, भारत और पाकिस्तान का आपसी मसला है और इसे उसी तरह से सुलझाया जाना चाहिए और भारत भी इसका ही समर्थन करता है। टीएस त्रिमूर्ति ने ट्वीट कर कहा, 'आज की मीटिंग जो कि बंद कमरे में, अनौपचारिक और रिकॉर्डेड नहीं थी, उसमें लगभग सभी देशों ने इस बात पर ध्यान दिया कि जम्मू कश्मीर एक द्विपक्षीय मसला है और इस पर काउंसिल के ध्यान देने की जरूरत नहीं है।'
बस समय बर्बाद कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान, कश्मीर पर वार्ता चाहता था और पिछले वर्ष अगस्त से लेकर अब तक यानी एक साल के अंदर उसकी तरफ से किया गया यह तीसरा प्रयास था। पाकिस्तान ने यूएनएससी को चिट्ठी भेजी थी। चीन जो कि पाकिस्तान का दोस्त है, उसकी तरफ से बातचीत की पेशकश की गई थी। चीन ने आइन बिजनेस प्रैक्टिस के तहत इस पर वार्ता चाही थी जिसमें किसी सदस्य को किसी मुद्दे पर बातचीत की मंजूरी मिलती है।सूत्रों की ओर से बताया गया है कि यूएनएससी के ज्यादातर सदस्यों का मानना है कि पाकिस्तान बार-बार कश्मीर का मसला उठाकर समय बर्बाद करता है। उनका कहना है कि उसे मालूम है कि इसका कोई नतीजा नहीं निकलने वाला है लेकिन फिर भी हर बार वह इस पर चर्चा की अपील करता है।