इमरान के मंत्री फवाद चौधरी ने पीएम मोदी के बर्थडे पर किया बेहूदा ट्वीट,पाकिस्तान के लोगों ने ही पूछा कुछ काम नहीं है क्या
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इस्लामाबाद। अक्सर अपने ट्वीट को लेकर भारत पर तंज कसने वाले पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने इस बार ऐसा ट्वीट कर डाला है कि उनके ही देश के लोग अब उन्हें लताड़ लगा रहे हैं। पीएम इमरान खान की कैबिनेट में साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर फवाद ने पीएम नरेंद्र मोदी के बर्थडे पर एक बेहद अश्लील ट्वीट किया है। इस शर्मनाक ट्वीट की वजह से अब उनके ही देश के लोग उनसे पूछ रहे हैं कि क्या इमरान खान ने अपने इस मिनिस्टर को कोई काम नहीं दिया है। फवाद अक्सर बेतुके ट्वीट की वजह से अपनी किरकरी कराते रहते हैं।
बहुत ही शर्मनाक ट्वीट
17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर दुनियाभर के नेता उन्हें बेस्ट विशेज दे रहे हैं। वहीं पाकिस्तान के मंत्री ने इस मौके पर भी नीचता की सारी हदें पार कर दी हैं। फवाद ने इस मौके पर एक भद्दा ट्वीट कर एक बार फिर खुद को शर्मिंदा करा लिया। फवाद हुसैन ने #ModiBirthdayके साथ लिखा, 'आज का दिन हमें गर्भनिरोधकों का महत्व समझाता है।' फवाद के इस ट्वीट की आलोचना हो रही है। ट्विटर पर कुछ लोगों ने फवाद को फटकार लगाई तो कुछ लोग इमरान पर भी सवाल उठा रहे हैं।
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एक मिनिस्टर की ऐसी ट्वीट
पाकिस्तान के एक वर्ग ने इस तरह के शब्द के प्रयोगपर पाकिस्तान के मंत्री को फटकारा है। एक यूजर ने लिखा, 'जहालत है, एक मिनिस्टर की सीट पर पाकिस्तान सरकार के प्रतिनिधि एक स्वतंत्र देश के प्रधानमंत्री को क्या कॉमेंट कर रहे हैं। इतनी दुश्मनी दिखानी है तो तकनीक में, लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा करो। बुरे अल्फाज में स्पर्धा करके विनर होना कोई सम्मान नहीं है मिस्टर मिनिस्टर।' एक यूजर ने लिखा, 'लगता है इमरान खान ने आपको कोई काम नहीं दिया है और आपने इसलिए सुबह-सुबह ही ऐसे ट्वीट शुरू कर दिए हैं।'
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कोर्ट ने जारी किया है नोटिस
हाल ही फवाद ने चंद्रयान-2 का भी मजाक बनाया था जिसके बाद उनकी जमकर किरकिरी हुई थी। फवाद चौधरी को पाकिस्तान की एक अदालत ने अयोग्य घोषित करने का नोटिस भी जारी किया है। पाकिस्तान की एक अदालत ने गुरुवार को चुनाव आयोग और कानून मंत्रालय को एक नोटिस जारी किया है। इसमें फवाद चौधरी को उनकी संपत्ति की घोषणा करने में विफल रहने के लिए अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है। इस आवेदन पर सुनवाई इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अथार मिनल्लाह द्वारा की गई थी। इस दौरान याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा कि फवाद चौधरी ईमानदार और सच्चे नहीं हैं क्योंकि वह झेलम में अपनी जमीनों की घोषणा करने में विफल रहे हैं।