रासायनिक हथियार बनाने की न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी हासिल करने की कोशिशों में पाकिस्तान, जर्मनी की चेतावनी
बर्लिन। जर्मनी की सरकार ने अपनी एक रिपोर्ट में दुनिया को पाकिस्तान से जुड़ी एक चेतावनी देने की कोशिश की है। सरकार ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है हाल के कुछ वर्षों में पाकिस्तान की तरफ से परमाणु तकनीक को गैर-कानूनी तरीके से हासिल करने की कोशिशों में तेजी से इजाफा हुआ है। इस तकनीक की मदद से न्यूक्लियलर, बायोलॉजिकल और रासायनिक हथियारों का निर्माण किया जाता है। जर्मन सरकार के आधिकारिक डॉक्यूमेंट्स में यह बात कही गई है।
जर्मनी की आधिकारिक रिपोर्ट में दावा
जर्मन सरकार की तरफ से यह जानकारी उस आधिकारिक सवाल के तहत इस माह दी गई है जो यहां की लेफ्ट पार्टी डी लिंक समेत कई सांसदों की तरफ से पूछा गया था। इन सांसदों में सेविम डेगडेलेन भी शामिल थे जो पार्टी के संसदीय ग्रुप के डिप्टी लीडर हैं। सरकार के जवाब में जर्मन की इंटेलीजेंस एजेंसी बीएफवी की तरफ से पाकिस्तान को लेकर खासी चिंता जताई गई है। एजेंसी ने अपनी साल 2018 की रिपोर्ट में भी कहा था कि पाकिस्तान लगातार जर्मनी और दूसरे पश्चिमी देशों से परमाणु सामग्री को खरीदने की कोशिशों में लगा हुआ है। डेगडेलेन और लेफ्ट पार्टी के चार सांसदों की तरफ से सरकार से इस बात की जानकारी मांगी गई थी कि साल 2010 के बाद से क्या बदलाव किए गए हैं। सरकार से पूछा गया था कि उसने किस तरह के गुणात्मक और मात्रात्मक किए हैं जो गैर कानूनी तरीके से परमाणु तकनीक को हासिल करने की कोशिशों पर लगाम लगा सकें? इस पर सरकार ने जवाब दिया कि साल 2010 के बाद से कुछ बदलाव किए गए हैं जनके बाद ईरान जैसे देशों की गैर-कानूनी कोशिशों पर लगाम लग सकी है।
पाक के पास अभी कितने परमाणु हथियार
सरकार ने बताया कि जनवरी 2016 में उसने ज्वॉइन्ट कॉम्प्रेहेन्सिव प्लान ऑफ एक्शन (जेएसीपीओए) को इस मकसद से ही लॉन्च किया था। इसके बाद सरकार ने कहा कि यह बात काफी उलट है कि इस प्लान को लाने के बाद पाकिस्तान की तरफ से कोशिशों में तेजी आई है। इसके अलावा सीरिया और नॉर्थ कोरिया के रुख में भी किसी तरह का बदलाव नहीं देखा गया। इंटेलीजेंस एजेंसी बीएफवी ने जुलाई 2018 की अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से जर्मनी और दूसरे पश्चिमी देशों में खरीद की कोशिशों में तेजी से इजाफा हुआ है। उसका ध्यान सबसे ज्यादा इस बात पर था कि कैसे इस टेक्नोलॉजी को दूसरे क्षेत्रों में प्रयोग किया जा सकता है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में भी पाक अपनी कोशिशों में तेजी ला सकता है। पाक के पास अभी 130 से 140 परमाणु हथियार हैं।