सऊदी अरब का पाकिस्तान को करारा जवाब: न ही तेल मिलेगा, न कर्ज
लंदन।
पाकिस्तान
और
सऊदी
अरब
के
बीच
तनातनी
अब
खुलकर
सामने
आने
लगी
है।
सऊदी
अरब
और
पाकिस्तान
के
एक
दशक
से
ज्यादा
पुरानी
दोस्ती
पर
अब
प्रधानमंत्री
इमरान
खान
के
विदेश
मंत्री
शाह
महमूद
कुरैशी
के
बयान
के
बाद
दरार
आ
गई
है।मी
ताजा
घटनाक्रम
में
सऊदी
अरब
ने
साफ
कर
दिया
है
कि
पाकिस्तान
को
न
तो
तेल
मिलेगा
और
न
ही
किसी
तरह
का
कोई
कर्ज
मिलेगा।
मिडिल
ईस्ट
मॉनिटर
की
तरफ
से
इस
बात
की
जानकारी
दी
गई
है।
आपको
बता
दें
कि
पिछले
दिनों
कश्मीर
के
मुद्दे
पर
शाह
महमूद
कुरैशी
ने
सऊदी
अरब
की
अगुवाई
वाले
ऑर्गनाइजेशन
ऑफ
इस्लाममिक
कोऑपरेशन
(ओआईसी)
पर
हमला
बोला
था।
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सऊदी अरब को पाकिस्तान ने धमकाया
पिछले दिनों पाकिस्तान ने सऊदी अरब का एक बिलियन डॉलर का कर्ज वापस किया है। यह कर्ज नवंबर 2018 में सऊदी के साथ हुई उस पैकेज डील का हिस्सा था जिसके तहत पाकिस्तान को कुल तीन बिलियन डॉलर का लोन मिला था और 3.2 बिलियन डॉलर का ऑयल क्रेडिट के तौर पर था। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान फरवरी 2019 में पाकिस्तान के दौरे पर गए थे। उनके पहले पाकिस्तान दौरे पर ही डील को अंतिम रूप दिया गया था। पाक के विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा था कि ओआईसी, कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
कुरैशी के बिगड़े बोल
कुरैशी के शब्द थे, 'अगर आप एक साथ नहीं आ सकते हैं तो फिर मैं प्रधानमंत्री इमरान खान को उन इस्लामिक देशों की एक मीटिंग बुलाने के कहू्ंगा जो कश्मीर के मसले पर हमारे साथ हैं और कश्मीरियों का समर्थन करते हैं।' कुरैशी ने फिर कहा, 'मैं फिर से पूरे सम्मान के साथ ओआईसी से कह रहा हूं कि काउंसिल ऑफ फॉरेन मिनिस्टर्स की मीटिंग हमारी आशाओं के अनुकूल होनी चाहिए।' कुरैशी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, 'अब जबकि सऊदी अरब के 'अनुरोध' पर पाकिस्तान कुआलालम्पुर सम्मेलन से अलग हो गया है तो उम्मीद है रियाद इस मसले पर नेतृत्व की क्षमता का प्रदर्शन करेगा।
कश्मीर पर अकेला पड़ा पाकिस्तान
जबसे भारत ने जम्मू कश्मीर में पिछले साल आर्टिकल 370 हटाया है तब से पाकिस्तान ओआईसी पर दबाव बना रहा है कि वह एक आपातकालीन मीटिंग बुलाए जिसमें ओआईसी देशों के विदेश मंत्री शामिल हों। सऊदी अरब ने पाकिस्तान के उस अनुरोध को नकार दिया, जिसमें कश्मीर मुद्दे को आईओसी में उठाने का आग्रह किया गया था। पाकिस्तान को आईओसी में सपोर्ट न मिलने के बाद 22 मई को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था, ' इस्लामिक देशों में एकजुटता नहीं है। यहां तक कि हम आईओसी में कश्मीर मुद्दे तक को नहीं उठा सके।'
कुरैशी की गलती सुधारेंगे जनरल बाजवा
पाकिस्तान आर्मी के मुखिया जनरल कमर जावेद बाजवा अगले हफ्ते सऊदी अरब के दौरे पर जाने वाले हैं। बताया जा रहा है कि जनरल बाजवा कुरैशी की गलती की है उसे सुधारने के लिए जा रहे हैं। वह यहां पर क्राउन प्रिंस एमबीएस से मुलाकात करेंगे। दोनों के बीच पाकिस्तान और सऊदी अरब के आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। हाल ही में पाकिस्तान में सऊदी अरब में के राजदूत एडमिरल नवाफ सईद अल मालिकी ने जनरल बाजवा से मुलाकात की है। पाकिस्तान मीडिया का कहना है कि जनरल बाजवा को सऊदी अरब में काफी सम्मान हासिल है। हालांकि वह भी यहां एमबीएस के सामने कश्मीर का मसला उठाएंगे।