पुलवामा: झूठे हैं पाकिस्तान के पीएम इमरान खान, हमले से पहले पेशावर में अजहर ने की थी रैली
इस्लामाबाद। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ कॉन्वॉय पर हुए आतंकी हमले में अब एक नई बात सामने आ रही है। इंडिया टुडे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक हमले से एक हफ्ते पहले पाकिस्तान की तरफ से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को एक रैली के सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। अजहर ने पाक पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच इस रैली का आयोजन किया था। इस नए खुलासे से पाक पीएम इमरान खान का झूठ भी सामने आ गया है। मंगलवार को इमरान खान रेडियो पाकिस्तान पर आए। एक ऑडियो और वीडियो मैसेज में उन्होंने हमले में पाक का हाथ होने से साफ इनकार कर दिया था। यह भी पढ़ें-आर्मी ऑफिसर के एक थप्पड़ पर ही जैश सरगना अजहर ने उगल दिए थे पाकिस्तान के सारे राज
सेना सुरक्षा में हुई थी रैली
पाकिस्तान के विदेश विभाग ने भारत को एक अनवैरिफाइड सोशल मीडिया अकांउट से जैश की तरफ से हमले की जिम्मेदारी लेने का आरोप लगाया है। पाक के विदेश विभाग का कहना है कि भारत ने एक फेक अकाउंट पर आए कंटेंट को उठाया और फिर कहा कि जैश ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली है। इसके बाद ही जैश सरगना अजहर को रैली देने की सुरक्षा देने की बात सामने आ रही है। अजहर की रैली की एक रिकॉर्डिंग रिलीज की गई है और इस रिकॉर्डिंग में साफ नजर आ रहा है कि पाकिस्तान की अथॉरिटीज के जवान जो यूनिफॉर्म में हैं, वे किस तरह से इस आतंकी की सुरक्षा में मुस्तैद हैं।
पांच फरवरी को पेशावर में इकट्ठा समर्थक
पांच फरवरी को यह रैली हुई थी और इस रैली में आतंकियों की भर्ती करने वाले शामिल थे। रैली पेशावर में हुई थी। चारों ओर सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त नजर आ रहा है और साथ ही चारों ओर पुलिस की गाड़ियों के सायरन का शोर सुनाई दे रहा है। रैली में अजहर को कहते हुए सुना जा सकता है, 'हमने वह समय भी देखा है जब यूनिफॉर्म में मौजूद इन भाईयों को हमारे झंडे तक हटाने के आदेश दिए जाते थे। आज मेरी आंखें यह देखकर नम हो जाती हैं कि यूनिफार्म में मौजूद यही भाई हमारे झंडे के नीचे खड़े हैं।'
'बीमार' अजहर ने तय किया 800 किमी का सफर
पाकिस्तान में हमेशा ये दावे किए जाते रहे हैं कि मसूद अजहर की तबियत काफी खराब है और वह पिछले कई माह से रावलपिंडी के एक अस्पताल में भर्ती है जहां पर उसका इलाज चल रहा है। साफ है कि अजहर बिल्कुल स्वस्थ है और उसकी गमिविधियां भी जारी हैं। यह रैली पेशावर में हुई तो खैबर पख्तूनख्वा में आता है और यहां पर जैश की मजबूत पकड़ है। पेशावर और बहावलपुर की दूरी करीब 800 किलोमीटर है और अजहर इतनी दूरी तय करके रैली के लिए आया था। अजहर ने अपनी इस रैली में पुलवामा का भी जिक्र किया। अजहर ने कहा, 'अगर आप गूगल पर पुलवामा की किसी लड़की के बारे में सर्च करेंगे तो आपको जैश के झंडे और कश्मीर के गांवों में जैश चीफ के घर की तस्वीरें नजर आएंगी।'
अमेरिका की तरह भारत हटाएगा अपनी सेनाएं
अजहर की इसी रैली के बाद पुलवामा में आतंकी हमला हुआ जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। अजहर ने कहा था, 'खुदा का करम और हमारे प्यारे फिदायीनों का बलिदान ही है कि हम यहां तक पहुंच गए हैं और रुके नहीं हैं।' अजहर ने रैली में यह भी कहा कि वह पाकिस्तान से लोगों को बॉर्डर के दूसरी तरफ भेजता रहेगा। अजहर ने यह भी कहा कि जिस तरह से अमेरिका, अफगानिस्तान से अपनी सेनाएं हटा रहा है, उसी तरह से भारत भी कश्मीर से अपनी सेनाएं जेहाद की वजह से हटाएगा।