भारत की कोशिशों के बाद घबराए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान, ले रहे हैं अहम फैसले
इस्लामाबाद। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। इस बात को भांपकर लगता है पाक अब एक्शन मोड में आ गया है। भारत की कोशिशें अब धीरे-धीरे ही सही मगर सही साबित होती नजर आ रही हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक समिति की मीटिंग की अध्यक्षता की गई थी। इस मीटिंग में हाफिज सईद की संस्था जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत को बैन करने पर फैसला किया गया। दोनों ही संस्थाओं को आतंकी गतिविधियों के चलते बैन करने पर निर्णय लिया गया था।
इमरान ने दिए आदेश
सूत्रों की मानें तो पाक पीएम इमरान खान की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा समिति से कहा गया है कि उन सभी लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जो पाकिस्तान की सरजमीं का प्रयोग आतंकवाद के लिए कर रहे हैं। भारत लगातार पाक पर राजनयिक दबाव बना रहा है। पाकिस्तान से एमएफएन यानी मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया गया है। पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 200 प्रतिशत तक की कस्टम ड्यूटी लगा दी है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के कई प्रयास किए हैं। भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी वापस ले लिया है।
कई देशों ने की पाक की निंदा
बताया जा रहा है कि इमरान ने आतंकवाद और चरमपंथ को खत्म करने के तरीकों पर भी चर्चा की है। पुलवामा हमले के बाद भारत की कोशिशों की वजह से कई देशों ने न सिर्फ हमले की निंदा की बल्कि कड़ी प्रतिक्रिया भी दी। अमेरिका ने तो पाकिस्तान को दो टूक कहा है कि उसे आतंकियों के खिलाफ एक्शन लेना होगा। इसके अलावा रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और इस तरह के तमाम देशों की ओर से पाक में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार बताने और इसे बैन करने की मांग की गई है।