मुशर्रफ ने अपनी पार्टी के चेयरमैन पद से दिया इस्तीफा, पाकिस्तान वापस लौटने पर कर रहे हैं विचार
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के प्रेसीडेंट डॉक्टर मोहम्मद अमजद का कहना है कि उनके इस्तीफे को चुनाव आयोग (ईसीपी) के पास भेज दिया गया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के प्रेसीडेंट डॉक्टर मोहम्मद अमजद का कहना है कि उनके इस्तीफे को चुनाव आयोग (ईसीपी) के पास भेज दिया गया है। डॉक्टर अमजद के मुताबिक मुशर्रफ ने 18 जून को पार्टी से इस्तीफा दिया है। मुशरर्फ ने यह कदम पेशावर हाई कोर्ट के उस फैसले के बाद उठाया है जिसमें उन्हें आजीवन राजनीति के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया था।
पाकिस्तान लौटने के संकेत
मुशर्रफ मार्च 2016 में पाकिस्तान छोड़कर गए थे और इस समय दुबई में रह रहे हैं। उनकी ओर से पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका उस समय दायर की गई थी जिसमें साल 2013 में आए हाई कोर्ट के फैसले को निरस्त करने की मांग की गई थी। दुबई से मुशर्रफ ने पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने बातचीत में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अथॉरिटीज को साफ आदेश दिया है कि जब वह अगस्त में कोर्ट में पेश हो तो उन्हें गिरफ्तार न किया जाए। मुशर्रफ की मानें तो कोर्ट के आदेश ने ही उन्हें वापसी पर सोचने पर मजबूर कर दिया है।
बेनजीर भुट्टो के मर्डर में वांटेंड मुशर्रफ
उनका कहना है कि अगर देश वापस आने पर और कोर्ट में पेश होने से पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है तो फिर वापसी को कोई फायदा नहीं है। मुशर्रफ ने फिर से दोहराया कि पूरी दुनिया जानती है कि वह कायर नहीं हैं लेकिन वह वापसी के लिए सही समय का इंतजार कर रहे हैं। मंगलवार को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने चित्राल सीट से उनका नामांकन रद्द कर दिया था। 73 वर्ष के मुशर्रफ कई क्रिमिनल केसेज में पाकिस्तान में वांटेंड हैं और इन केसेज में एक केस पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या का भी है।साल 2007 में बेनजीर की हत्या कर दी गई थी। मुशर्रफ ने साल 1999 से 2008 तक यानी नौ वर्षों तक पाकिस्तान पर शासन किया है।