कराची क्रैश: जिंदा बचे एक यात्री ने बताई आंखों देखी, कुछ सेकेंड्स के लिए लैंड कर गया था प्लेन
कराची। पाकिस्तान के शहर कराची में शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की फ्लाइट पीके-8303 लैंडिंग से कुछ ही सेकेंड्स पहले रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया। जो एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ है वह एयरबस 320 था। हाइदे में करीब 100 लोगों की मौत हो गई है और 82 शव बरामद कर लिए गए हैं। इस डरा देने वाले हादसे की खबर जैसे ही आई सब मान बैठे थे कि विमान में सवार 91 यात्रियों और आठ क्रू मेंबर्स की मौत हो चुकी होगी। लेकिन इसमें दो भाग्यशाली लोग भी सवार थे जिनकी जिंदगी ऊपर वाले ने बख्श दी। इनमें से ही एक सरवाइर ने घटना के पलों के बारे में बताया है।
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Touchdown के बाद दोबारा टेकऑफ
हादसे में जो दो लोग जिंदा बचे हैं उनमें बैंक ऑफ पंजाब के प्रेसीडेंट जफर मसूद और इंजीनियर मुहम्मद जुबैर शामिल हैं। सिंध प्रांतीय सरकार की तरफ से इस बात की पुष्टि की गई है। जुबैर ने बताया है कि कराची के घनी आबादी वाले इलाके में जैसे ही प्लेन क्रैश होने को था, उन्हें चारों तरफ आग नजर आ रही थी। जुबैर ने जियो न्यूज से बात करते हुए बताया कि पायलट वन लैंडिंग के लिए नीचे आया और कुछ सेकेंड्स के लिए टच डाउन भी किया। इसके बाद प्लेन ने फिर टेक ऑफ कर लिया। जुबैर इस समय कराची के सिटी हॉस्पिटल में भर्ती आ रहे हैं।
दूसरे प्रयास में आ गई मौत
उन्होंने अस्पताल के बिस्तर पर पड़े-पड़े चैनल को हादसे के बारे में जानकारी दी। जुबैर ने बताया कि 10 मिनट तक उड़ने के बाद पायलट ने पैसेंजर्स को बताया कि वह लैंडिंग का दूसरा प्रयास करने जा रहे हैं। इसी दूसरे प्रयास में जब प्लेन रनवे की तरफ बढ़ रहा था, तभी क्रैश हो गया। जुबैर ने कहा कि उन्हें बस चारों तरफ धुंआ और आग नजर आ रही थी। वह बच्चों और व्यस्कों की चीखें सुन सकते थे। वह किसी को देख ही नहीं पा रहे थे, बस उन्हें लोगों की चीखें सुनाई दे रही थीं।
काश! कीचड़ में करा लिया होता लैंड
जुबैर ने अपनी सीट बेल्ट खोली और तब उन्हें कुछ रोशनी नजर आई। वह उस रोशनी की तरफ बढ़े। जुबैर को इस समय जान बचाने के लिए 10 फीट की ऊंचाई से छलांग लगानी थी। क्रैश को देखने वाले सफाईकर्मी मसीह ने डॉन अखबार को बताया है, 'मैं सफाई करने वाला हूं। मैं फ्लाइट की लैंडिंग का इंतजार कर रहा था। पैसेंजर्स के निकल जाने के बाद मैं उसकी सफाई करत देता। काश पायलट ने दोबारा टेकऑफ करने की जगह कीचड़ वाली जगह पर लैडिंग कराई होती।'
पायलट ने ATC को बताया दोनों इंजन फेल
लाहौर से कराची आ रही फ्लाइट के क्रैश ने हर किसी को दहला दिया है। अधिकारियों के मुताबिक एक हफ्ते पहले ही सरकार ने कोरोना वायरस की वजह से उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को हटाया था।फ्लाइट के पायलट का ऑडियो सामने आया है उसमें उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है, ''मेडे, मेडे, मेडे, हम दोनों इंजन गवा चुके हैं।' सिंध की स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेशुहो ने मीडिया को बताया कि शुक्रवार देर रात तक 82 शवों को बरामद कर लिया गया था। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जो शव बरामद हुए हैं वे सभी फ्लाइट में सवार यात्रियों के हैं या फिर रिहायशी इलाके में रहने वाले उन नागरिकों के भी हैं जो इस हादसे की चपेट में आए हैं।
मोबाइल टावर को टक्कर मारने के क्रैश
एटीसी पायलट को लैंडिंग के लिए गाइड भी किया लेकिन कुछ ही सेकेंड्स बाद फ्लाइट क्रैश हो जाती है। क्रैश को देखने वाले प्रत्यक्षदर्शी शकील अहमद ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि प्लेन ने पहले एक मोबाइल टावर को टक्कर मारी और फिर यह घरों पर क्रैश हो गया। जिस जगह पर प्लेन क्रैश हुआ वहां से एयरपोर्ट पर बस एक किलोमीटर की दूरी पर ही था। एयरपोर्ट के करीब मॉडल कॉलोनी इलाके में यह प्लेन क्रैश हुआ वहां पर काला धुंआ भर गया था।