'बेहद दयनीय' हालत में दिखे परवेज मुशर्रफ, पाकिस्तानी बोले- 'देश बेचने वाले के साथ यही होना चाहिए'
इस्लामाबाद। कभी जिन परवेज मुशर्रफ का पूरे पाकिस्तान में जलवा होता था, वो जो चाहते थे वो करते थे यहां तक कि चुनी हुई सरकार को हटाकर देश की सत्ता भी हथिया ली थी, आज वही परवेज मुशर्रफ बेहद दयनीय स्थिति में पहुंच गए हैं। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति की हाल ही सामने आई तस्वीर ने उनका ये हाल-ए-बयां किया है।
ट्विटर पर शेयर की गई तस्वीर
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति की ये तस्वीर ट्विटर पर शेयर की गई है। जिसमें वह व्हील चेयर पर बैठे हैं और काफी कमजोर नजर आ रहे हैं। वैसे तो इस तस्वीर को शेयर किया गया था उनकी सेहत की दुआ के लिए लेकिन लगता है पाकिस्तानी आज तक उन्हें माफ नहीं कर पाए हैं। दुआ की जगह उलटा ट्विटर पर उनके लिए लोग अपना गुस्सा निकालने लगे और उनके पुराने कामों का हिसाब देने लगे।
मुशर्रफ के खिलाफ गुस्से का आलम यह रहा है कि जिस ऑल पार्टीज मुस्लिम लीग के ट्विटर से यह ट्वीट किया गया वहां से इस तस्वीर को हटा लिया गया।
लेकिन मुशर्रफ की उसी तस्वीर को पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भी शेयर किया। इसके साथ ही फवाद हुसैन ने लिखा "मि. प्रेसीडेंट आपकी अच्छी सेहत के लिए कामना, आपको मुस्कराते हुए देखकर अच्छा लगा। आपने पूरी जिंदगी पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी। प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं।"
मंत्री के तस्वीर शेयर करते ही भड़के पाकिस्तानी
चौधरी फवाद का मुशर्रफ की तारीफ करना पाकिस्तानियों को अच्छा नहीं लगा और उन्होंने ट्विटर पर ही मंत्री जी को जमकर जवाब दिया। एक यूजर सैयद फैसल ने जवाब में लिखा "पाकिस्तान के लिए लड़े ? अपनी जमीन पर बम गिराने और लोगों यहां तक महिलाओं का अपहरण करवाने के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करके। कौन सा ऐसा सैनिक है जो विदेशी ताकतों को अपनी जमीन पर अपने ही लोगों के साथ ऐसा करने के लिए आमंत्रित करता है ? केवल एक गद्दार मानसिकता का व्यक्ति की ऐसा कर सकता है ? "
एक यूजर ने लिखा जो बोया है वही काट रहे हैं। अन्य यूजर ने चौधरी फवाद हुसैन पर निशाना साधते हुए लिखा "लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित मंत्री एक ऐसे अत्याचारी को शुभकामनाएं दे रहे हैं जो अशांति के लिए जिम्मेदार है और जिसने तख्तापलट किया। आश्चर्य।"
एक यूजर ने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा "ये दिन याद है सर? मुशर्रफ ने पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को टॉर्चर करने के लिए गुंडों को आदेश दिया था ? ऐसी एक बात थी याद दिला रहा हूं।"
कई लोगों ने जताई सहानूभूति
हालांकि कई यूजर ने मुशर्रफ के लिए सहानुभूति भी जताई है और कहा कि वे उम्र के उस पड़ाव में हैं जहां पर उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया जाना चाहिए। एक यूजर ने लिखा बुढ़ापे से परेशान शख्स को निशाना नहीं बनाना चाहिए। ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है।
बता दें मुशर्रफ ने 1999 में नवाज शरीफ का तख्तापलट कर सैन्य शासन लागू कर दिया था। वह 2001 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन गए और 2008 तक इस पद पर रहे। उन्होंने महाभियोग से बचने के लिए इस्तीफा दिया। पीएमएल-एन की सरकार ने 2007 में असंवैधानिक आपातकाल लगाने को लेकर उनके खिलाप राजद्रोह का केस दायर किया था जिसमें 2019 में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि वह 2016 में ही इलाज के लिए दुबई चले गए थे और तब से पाकिस्तान वापस नहीं लौटे हैं।
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