भारत-चीन के बीच तनाव का फायदा उठाते पाकिस्तानी पीएम नवाज, खुलकर की चीन की तारीफ
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने चीन के साथ रणनीतिक रिश्तों को लेकर संतुष्टि जताई है। पाक पीएम नवाज ने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर (सीपीईसी) के लॉन्च और शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में पाकिस्तान की सदस्यता पर भी संतोष जताया है। खास बात है कि दोनों देशों के रिश्तों पर पीएम नवाज का यह नया बयान उस समय आया है जब भारत और चीन सिक्किम में तनाव के नए दौर से गुजर रहे हैं। कहीं न कहीं अलग-थलग पड़े नवाज को अब चीन का ही सहारा है।
चीन की तारीफ करते पीएम नवाज
विदेश मंत्रालय में बोलते हुए पीएम नवाज ने पाक-अफगानिस्तान के रिश्तों को बेहतर करने के लिए चीन के रोल की भी तारीफ की।पीएम नवाज के ऑफिस की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है। चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने जानकारी दी है कि पीएम शरीफ ने पाकिस्तान की विदेश नीति की प्राथमिकताओं का रिव्यू किया है। यह रिव्यू देश में नए घटनाक्रमों के बाद हुआ है। पीएम नवाज ने न सिर्फ चीन के रोल की तारीफ की बल्कि उन्होंने इस बात को भी याद किया कि कैसे हाल ही में एससीओ समिट के दौरान चीन की मदद से उनकी मुलाकात अफगानी राष्ट्रपति अशरफ घनी से हुई थी। उन्होंने इस बात का ध्यान भी दिलाया कि द्विपक्षीय और बहुपक्षीय तंत्र पर समझौता हुआ जिसके तहत सीमा पार से जारी आतंकवाद को रोका जा सकेगा। पीएम नवाज ने विदेश मंत्रालय को निर्देश दिए हैं कि वह अफगानिस्तान पर पहल करे और पाकिस्तान के विकास के लिए आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध बनाए। शरीफ ने एक बार फिर कहा कि उन्हें एक शांत पड़ोस की जरूरत और सिर्फ बातचीत ही इसका हल है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान और अमेरिका की साझेदारी का भी जिक्र किया।
अकेले पड़ गए हैं पाक और नवाज
पाकिस्तान और पीएम नवाज पीएम, पीएम नरेंद्र मोदी मोदी के अमेरिका दौरे के बाद अब अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे हैं। दो दिन पहले चीन की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया था कि पाकिस्तान अकेले सीमा पार से जारी आतंकवाद को नहीं रोक सकता है। चीन ने यह कहते हुए पाक का बचाव किया था कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद से अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया था कि चीन यह मानता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान इस दिशा में जो भी प्रयास कर रहा है दुनिया को उन प्रयासों की सराहना करनी चाहिए। विदेश मंत्रालय ने यह बयान भारत-अमेरिका की ओर से आए साझा बयान की पृष्ठभूमि पर दिया था। इस बयान में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसकी सरजमीं आतंकवाद के लिए प्रयोग नहीं होगी।