भारत के प्रभाव को कम करने के लिए तालिबान की मदद लेने वाला पाक
वाशिंगटन। अभी पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ अमेरिका से लौटे हैं और वह भी इस वादे के साथ कि वह अपने यहां पनप रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। अब विकीलीक्स की एक रिपोर्ट भी उनकी नींद उड़ाने को आ गई है।
विकीलीक्स ने अमेरिका की इंटेलीजेंस एजेंसी सीआईए के प्रमुख के हैक हुए ईमेल के हवाले से कहा है कि पाक अफगानिस्तान में भारत के प्रभाव को कम करने के लिए तालिबान का सहारा ले रहा है।
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आपको बता दें कि पिछले दिनों सीआईएस के डायरेक्टर जॉन ब्रेनेन के पर्सनल ईमेल को हैक कर लिया गया था। इन्हीं र्इमेल के आधार पर विकीलीक्स ने कुछ डॉक्यूमेंट्स रिलीज किए हैं।
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इन डॉक्यूमेंट्स में अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुड़ी कई अहम जानकारियां हैं। साथ ही इस अमेरिका की ईरान से जुड़ी नीति के बारे में भी काफी बातें मौजूद हैं।
ईमेल में ब्रेनेन ने लिखा है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते प्रभाव से काफी परेशान है। साथ ही उसे इस बात की भी चिंता सता रही है कि अमेरिका भी अफगानिस्तान में अपने कार्यों को बढ़ाता जा रहा है।
इस वजह से पाक यह सुनिश्चित करना चाहता है कि तालिबान के साथ उसके संबंध बने रहे। इन संबंधों के आधार पर अफगानिस्तान से अमेरिकी दखल खत्म होने के बाद वह भारत और ईरान के साथ संतुलन बनाएगा।
इस ईमेल को ब्रेनेन ले राष्ट्रपति बराक ओबामा के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के तीन दिन बाद यानी सात नवंबर 2008 को लिखा था।
ब्रेनेन उस समय ओबामा के विदेश नीति के सलाहकार थे और काउंटर टेररिज्म पर भी राष्ट्रपति कोसलाह देते थे। वह उस समय भी सीआईएस के निदेशक पद की दौड़ में थे लेकिन तब यह पद लियोन पेनेटा के पास चला गया था।
बुधवार से विकीलीक्स ने ब्रेनेन के ईमेल से जुड़े कुछ अहम दस्तावेजों को पब्लिश करना शुरू किया है। यह दस्तावेज वर्ष 2007 से वर्ष 2009 के बीच के हैं। उस समय ब्रेनेन प्राइवेट सेक्टर से जुड़े थे।