काम आई जिगरी दोस्त चीन की मदद, FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर होगा पाकिस्तान!
इस्लामाबाद। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की 16 फरवरी को एक अहम बैठक होने वाली है। सूत्रों की मानें तो इस मीटिंग में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर करने का फैसला लिया जा सकता है। टेरर फाइनेंसिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली संस्था की तरफ से पाक को अभी ग्रे लिस्ट में रखा गया है। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है।
जमकर की गई पाकिस्तान के लिए लॉबिंग
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि चीन की ओर से की गई लॉबिंग का नतीजा है, पाक इस लिस्ट से बाहर आने की तरफ बढ़ रहा है। जबकि कुछ दिनों पहले इस बात की आशंका जता दी गई थी कि आतंकी संगठनों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने में फेल रहे पाकिस्तान को एफएटीएफ में ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। माना जा रहा है कि चीन ने प्राइवेट कंसलटेंट की मदद लेकर अपने जिगरी दोस्त की मदद की है। यह कंसलटेंट, एफएटीएफ वेटरन रह चुके हैं। इस बात की संभावना 75 प्रतिशत तक है कि पाक को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा।
चीन ने कहा अंतरराष्ट्रीय समुदाय करे पाक की मदद
एफएटीएफ
इंटरनेशनल
को-ऑपरेशन
रिव्यू
ग्रुप
के
एशिया-पैसेफिक
ज्वॉइन्ट
ग्रुप
की
मीटिंग
गुरुवार
को
हुई
थी।
इसी
मीटिंग
में
चीन
39
सदस्यों
वाले
संगठन
को
आश्वस्त
करने
में
कामयाब
रहा
है
कि
पाक
ने
आतंकवाद
को
रोकने
में
बड़े
प्रयास
किए
हैं।
एक
सवाल
के
जवाब
में
चीन
के
विदेश
मंत्रालय
के
प्रवक्ता
ने
कहा,
'पाकिस्तान
ने
घरेलू
काउंटर-टेररिज्म
फाइनेसिंग
सिस्टम
को
शक्तिशाली
करने
में
बड़े
प्रयास
किए
हैं
और
इसके
नतीजे
भी
नजर
आ
रहे
हैं।
इस
राजनीतिक
मंशा
और
सक्रिय
प्रयासों
को
पहचाना
जाना
चाहिए
और
अंतरराष्ट्रीय
समुदाय
को
इसकी
सराहना
करनी
चाहिए।'
प्रवक्ता
ने
आगे
कहा,
'हमें
उम्मीद
है
कि
एफएटीएफ,
पाकिस्तान
को
सृजनात्मक
मदद
मुहैया
कराता
रहेगा
ताकि
वह
काउंटर
टेररिज्म
फाइनेंसिंग
सिस्टम
को
बेहतर
बना
सके
और
प्रभावी
ढंग
से
आतंकी
फाइनेंसिंग
के
खिलाफ
लड़
सके।'