पाक का दावा- निजामु्द्दीन औलिया के उर्स पर आने के लिए 192 लोगों का वीजा भारत ने नकारा
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने शनिवार को दावा किया कि भारत ने लगभग 200 तीर्थयात्रियों को वीजा देने से इनकार कर दिया है जो हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया की पुण्यतिथि समारोह में भाग लेने के लिए देश का दौरा करना चाहते थे। एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को इस बात का खेद है कि भारत की ओर से 192 श्रद्धालुओं को वीजा नहीं दिया गया है। बयान में कहा गया है कि भारतीय निर्णय के परिणामस्वरूप, पाकिस्तानी श्रद्धालु उर्स में भाग लेने के अवसर से वंचित रह जाएंगे, जो विशेष महत्व का है। धार्मिक स्थलों की यात्रा पर 1974 पाकिस्तान-भारत प्रोटोकॉल के प्रावधानों के तहत हुई थी और यह एक वार्षिक कार्यक्रम है।
पाक की ओर से यह कहा गया कि दुर्भाग्यपूर्ण है और 1974 के प्रोटोकॉल और लोगों से संपर्क करने के उद्देश्य को ठेस पहुंचाता है।' बयान में कहा गया है कि द्विपक्षीय प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने और धार्मिक स्वतंत्रता के बुनियादी मानव अधिकार के अलावा, इस तरह के उपायों ने माहौल के सुधार, जन संपर्क में वृद्धि और दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के उद्देश्य से प्रयासों को कम किया गया है।
कहा गया कि यह विडंबना है कि ऐसा निर्णय हज़रत निजामुद्दीन औलिया के उर्स के अवसर पर किया गया जो समुदायों को एक दूसरे के करीब लाने का प्रतीक था। बता दें कि यह उर्स 1-8 जनवरी तक चलेगा।