पाकिस्तान ने भी बैन किया चाइनीज ऐप TikTok, जानें वजह
नई दिल्ली। पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण ने चीनी ऐप टिक्कॉक को ब्लॉक कर दिया है। पाकिस्तान के जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, टिक टॉक कंपनी ने गैरकानूनी और अश्लील ऑन लाइन कटेंट पर रोक लगाने के लिए कोई भी उपाय नहीं किए और इससे संबंधित नियमों और निर्देशों का पालन करने में विफल रहा है। जिसके कारण पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण ने चीनी ऐप टिक-टॉक को ब्लॉक कर दिया है।

पाक में अश्लीनता फैलाने के कारण बैन किया ये ऐप
इसके साथ ही पाकिस्तान ने अपने खास मित्र दोस्ता चाइना के ByteDance के वीडियो शेयरिंग ऐप को पाकिस्तान में अश्लीनता फैलाने के आरोप में बैन कर दिया है। बता दें इससे पहले भारत ने जून माह में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए टिक-टॉक समेत कई चीनी ऐप्स को बैन किया था। वहीं पाकिस्तान ने केवल इस चीनी ऐप को बंद करने के पीछे देश की सुरक्षा का नहीं बल्कि देश के कल्चर को क्षति पहुंचने को लेकर ये फैसला किया है और अगर टिक-टॉक सुधार करेगा तो पाकिस्तान टेलिकम्यूनिकेशन अथॉरिटी (PTA) अपने फैसले पर दोबारा विचार करेगी।
कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी
न्यूज एजेंसी को दी गई न्यूज के अनुसार पाकिस्तान टेली कंपनी ने बार-बार अनैतिक और असभ्य कॉन्टेंट को ब्लॉक करने के लिए प्रक्रिया तैयार करने के लिए निर्देश दे रहा था परंतु चाइनीज ऐप प्लैटफॉर्म पाकिस्तानी अथॉरिटी के दिशा निर्देशों को पूरा नहीं कर सका। इस वजह से पाक ने टिक-टॉक ब्लॉक करने का फैसला किया गया। जुलाई में ही पाकिस्तान ने टिकटॉक को इसके लिए चेतावनी दी थी। हालांकि, PTA ने साफ किया है कि अगर टिक-टॉक कॉन्टेंट मॉडरेट करने के लिए उचित मकैनिज्म लाएगा तो अथॉरिटी अपने फैसले पर दोबारा विचार करेगी।
पीएम इमरान खान ने भी कई बार दी थी चेतावनी
पाकिस्तानी सूचना मंत्री शिबली फराज ने कहा कि पाक पीएम इमरान खान अब तक इस मुद्दे पर 15 बार बात कर चुके हैं लेकिन ऐप से डेटा सिक्यॉरिटी की चिंता नहीं है, बल्कि वे देश में तेजी से फैल रही अश्लीलता के कारण टिकटॉक समेत कई ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के बारे में लंबे समय से सोच रहे थे। बता दें सितंबर माह के अंत में पाकिस्तान ने भी अपने यहां टिकटॉक पर बैन लगा दिया है।
Pakistan's Telecommunication Authority blocks Chinese app TikTok "in view of a number of complaints from different segments of the society against immoral/indecent content on the video-sharing platform" https://t.co/3GWaqAbetK pic.twitter.com/DTzfOMd727
— ANI (@ANI) October 9, 2020