आर्थिक संकट से गुजर रहा पाकिस्तान कैसे वापस लौटाएगा चीन के 2 लाख 81 हजार 220 करोड़ रुपए?
इस्लामाबाद। चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर यानी सीपीईसी प्रोजेक्ट्स में चीन ने जो 40 बिलियन डॉलर की रकम निवेश की है, पाकिस्तान उसकी अदायगी करेगा। सुनने में यह बात जरूर अजीब लग सकती है कि जो पाकिस्तान इस समय इतने बड़े आर्थिक संकट से गुजर रहा है वह 2 लाख 81 हजार 220 करोड़ रुपए चीन को वापस करेगा। लेकिन पाकिस्तान मीडिया की ओर से एक रिपोर्ट में यही दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022-23 तक सीपीईसी प्रोजेक्ट्स के लिए आने वाली रकम में कमी आ जाएगी। पाक की मीडिया ने प्लानिंग मिनिस्ट्री के हवाले से तैयार रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
अगले 20 वर्षों में अदा होगा चीन का कर्ज
अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले 20 वर्षों में पाकिस्तान, चीन के 40 बिलियन डॉलर वापस करेगा। यह रकम 26.5 बिलियन डॉलर के निवेश के तहत कर्ज और ब्याज दरों के तौर पर होगी। पहले कहा गया था कि सीपीईसी में चीनी निवेश करीब 50 बिलियन डॉलर का है। लेकिन अगर इस रिपोर्ट पर यकीन करें तो रकम करीब आधी है। 39.83 बिलियन डॉलर से अलग 28.43 बिलियन डॉलर की रकम ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए होगी। इसके बाद करीब 11.4 बिलियन डॉलर की रकम को निवेशकों के ब्याज दरों के तौर पर अदा की जाएगी।
आईएमएफ के साथ साझा आंकड़ें
पाक के वित्त मंत्रालय की ओर से इन्हीं आंकड़ों को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के साथ साझा किया गया है। पाकिस्तान चीन को अगले 20 वर्षों तक हर वर्ष चीन का दो बिलियन डॉलर वापस लौटाएगा। अखबार के मुताबिक निवेश के ये आंकड़ें काफी कम हैं और जो भी बातें सीपीईसी को लेकर कहीं गई थीं, उससे पूरी तरह से अलग हैं। सीपीईसी के तहत जो बड़ा प्रोजेक्ट है वह 8.2 बिलियन डॉलर का है और पाकिस्तान रेलवे का है। सीपीईसी के तहत कई एनर्जी प्रोजेक्ट्स को अभी आगे बढ़ाया जा रहा है जिसमें कई प्राइवेट इनवेस्टर्स शामिल हैं।
774 मिलियन डॉलर वाले तीन कर्ज
इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम को सरकार की ओर से आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार की ओर से दो प्रतिशत से लेकर 5.2 प्रतिशत तक की ब्याज दर पर 5.9 बिलियन डॉलर का कर्ज लिया गया है। पाकिस्तान की सरकार पर इस समय तीन तरह के कर्ज हैं जो कि 774 मिलियन डॉलर के हैं। ये कर्ज करीब 5.2 प्रतिशत की ब्याज दर पर लिए गए थे। प्लानिंग मिनिस्ट्री के हवाले से लिखा है कि साल 2022-2023 में सीपीईसी के जरिए पाकिस्तान में चीन का निवेश 26.5 बिलियन डॉलर का होगा। इस रकम के आधार पर ही पाकिस्तान की अथॉरिटीज ने अनुमान लगाया है कि पाकिस्तान चीन कंपनियों 39.83 बिलियन डॉलर की रकम वापस कर दी जाएगी।