भारत के नए नक्शे को देखकर क्यों चिढ़ा है पाकिस्तान, जम्मू कश्मीर के नए हिस्सों से हुआ परेशान
इस्लामाबाद। भारत ने शनिवार को देश का नया राजनीतिक नक्शा जारी कर दिया है। पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख अलग-अलग हो गए। अब दोनों ही देश के नए संघ शासित प्रदेश हैं। लेकिन पाकिस्तान को इस नए नक्शे से खासी मिर्ची लगी है। पाकिस्तान ने जो प्रतिक्रिया जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने पर दी थी, वहीं इस नए नक्शे पर भी दी है। पाक ने इस नक्शे को मानने से साफ इनकार कर दिया है और इसे गैर-कानूनी करार दिया है। आइए आपको बताते हैं कि इस नए नक्शे से पाकिस्तान को क्यों इतनी परेशानी है और वह क्यों फिर से भड़काऊ बयान दे रहा है।
पीओके भी आया भारत के हिस्से
भारत की तरफ से जो नया मैप जारी किया गया है उसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख को नए संघ शासित प्रदेश के तौर पर दिखाया गया है। वहीं इस नए नक्शे में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके को भी भारत के केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर दिखाया गया है। पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद जहां भारत के हिस्से के तौर पर नजर आ रहा है तो वहीं गिलगित बाल्टिस्तान, लद्दाख के हिस्से के तौर पर नजर आ रहे हैं। वहीं भारत सरकार के इस फैसले से बौखलाए पाकिस्तान की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया दी गई है। पाक विदेश विभाग की ओर से कहा गया है,'राजनीतिक नक्शे में जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के भीतर गिलगित-बाल्टिस्तान और आजाद कश्मीर के कुछ हिस्सों को दिखाया गया है, जो कानूनी रूप से अस्थिर और गलत हैं।'
संयुक्त राष्ट्र के अनुरूप नहीं
पाकिस्तान ने इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन कारार दिया है। पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा, 'पाकिस्तान इन राजनीतिक मानचित्रों को खारिज करता है, जो संयुक्त राष्ट्र के नक्शे से अननुरूप नहीं है।' पाकिस्तान की मानें तो भारत की ओर से उठाया कोई भी कदम जम्मू-कश्मीर की विवादित स्थिति को नहीं बदल सकता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान आगे भी जम्मू-कश्मीर के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा।
20 जिले अभी तक पीओके में
नए नक्शे में जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के 20 जिले शामिल हैं, जिसमें मुजफ्फराबाद, मीरपुर और पुंछ के वे क्षेत्र शामिल हैं, जो पीओके में हैं। सन् 1947 में जम्मू-कश्मीर राज्य में 14 जिले थे जिनमें कठुआ, जम्मू, उधमपुर, रियासी, अनंतनाग, बारामूला, पुंछ, मीरपुर, मुजफ्फराबाद, लेह और लद्दाख, गिलगित, गिलगित वजरात, चिल्हास और जनजातीय क्षेत्र शामिल थे। दोनों केंद्र शासित प्रदेश 31 अक्टूबर को आधी रात से अस्तित्व में आ गए। जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल जीसी मुर्मू और आरके माथुर लद्दाख के प्रथम उपराज्यपाल बने हैं।