ICJ के जाधव पर आए फैसले को पाकिस्तान ने मानने से साफ इनकार किया
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दी आईसीजे के फैसले पर प्रतिक्रिया। कहा राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर आईसीजे को फैसला देने का कोई हक नहीं।
इस्लामाबाद। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) की ओर से गुरुवार को कुलभूषण जाधव के मौत की सजा पर रोक लगा दी गई है। इस फैसले पर पाकिस्तान की ओर से भी प्रतिक्रिया आ गई है और पाक ने इस फैसले को मानने से साफ इनकार कर दिया है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोई भी संस्था देश की सुरक्षा से बड़ी नहीं हो सकती है।
भारत पर मढ़ा आरोप
पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि आईसीजे के अधिकार को चुनौती देने का फैसला सभी संस्थाओं और एजेंसियों से सलाह लेने के बाद किया गया है। जकारिया ने भारत पर आरोप लगा दिया कि उसने पाकिस्तान के उस अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया जिसमें कहा गया था कि पाक को जाधव के साथी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। साथ ही जकारिया ने उस द्विपक्षीय करार के बारे में भी बात की जो वर्ष 2008 से भारत और पाक के बीच मौजूद है। जकारिया ने कहा कि इस करार के आर्टिकल छह के तहत काउंसलर एक्सेस का मसला सिर्फ केस की योग्यता पर निर्भर करता है।
भारत दे रहा आतंकवाद को बढ़ावा
जकारिया की मानें तो भारत, जाधव के मसले को मानवाधिकार का रंग देने की कोशिशें कर रहा है और दुनिया का ध्यान इस बात से बटाना चाहता है कि वह पाक में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। जकारिया ने तो यहां तक कह डाला कि रॉ के जासूस पर पाक का रुख पहले की ही तरह है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से देश की सुरक्षा का मामला है और इस पर कोई भी समझौता नहीं होगा। उन्होंने जानकारी दी कि पाकिस्तान ने विएना कनवेंशन के आर्टिकल 36 के तहत अपना जवाब इस मसले पर दिया था।